Panchpargania Bolne Wali jansankhya |पंचपरगनिया बोलने वाली जनसंख्या| पंचपरगनिया भासा कह’इआ जनसंइखा

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Panchpargania Bolne Wali jansankhya | पंचपरगनिया बोलने वाली जनसंख्या | पंचपरगनिया भासा कह’इआ जनसंइखा :-पंचपरगनिया कह’इआ लग के इकर जनसंइखा मानल जाएला। एखन तक पंचपरगनिया कह’इआ लग केर सरकारी सरबेछन नि हए आहे, अहे तेहें एकर खाटा-खंुटि जनसंइखा कतनाटा आहे कहना मुसकिल आहे।

Panchpargania Bhasa ka

पंचपरगनिया कह’इआ लगेक संइखा कतना आहे सेटाक लेके बिदुआन मेंहेन मतभेद आहे, काहेकि एखन तक केर जे आँकड़ा देखाल जाए आहे उगलाएँ इआ त’ तमडि़या चाहे मगही, भोजपुरी, नागपुरी इआ सादरी केर रूपे आहे। किंतु भासा पेरेमि गिला निजेक आपन अनुमानेक आधारे एकर संइखा देखाएक चेस्टा कइर आहएँ –

डाॅ. करम चन्द्र अहीर जि केर अनुजाइ Panchpargania कह’इआ लगेक जनसंइखा

डाॅ. करम चन्द्र अहीर जि पंचपरगनिया कह’इआ लगेक जनसंइखा लगभग 10,00,000 कइ आहएँ।

प्रो. परमानंद महतो जि केर अनुजाइ Panchpargania कह’इआ लगेक जनसंइखा

प्रो. परमानंद महतो जि आपन किताब ‘‘पंचपरगनिया भाषा’’ मेंहेन पंचपरगनिया कह’इआ लगेक संइखा 4,28,430 (1981 केर जनगननाक आधारे) कइ आहएँ।

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डाॅ. सुनीता गुप्ता जि केर अनुजाइ Panchpargania कह’इआ लगेक जनसंइखा

डाॅ. सुनीता गुप्ता आपन किताब ‘‘पंचपरगनिया लोक साहित्य’’ मेंहेन पंचपरगनिया कह’इआ लगेक संइखा 4,62,706 (1991 केर जनगननाक आधारे) कइ आहएँ।

डाॅ. पराग किशोर सिंह जि केर अनुजाइ Panchpargania कह’इआ लगेक जनसंइखा

डाॅ. पराग किशोर सिंह आपन स’ध परबंध मेंहेन पंचपरगनिया कह’इआ लगेक संइखा 2001 केर आधारे 5,70,832 आर 2011 इसबिक आधारे 6,53,961 कइ आहएँ।

विद्वानों के मतों का विश्लेषण | बिदुआन केर मतेक बिसलेसन

किंतु इ आँकड़ा गिलाएँ किबल सिल्ली, अनगड़ा, सोनाहातु, बुंडु, तमाड़, अंड़की आर राहे परखंड केइ लेल जाए आहे। एखन इगलाएँ ढेइर अनुमंडल आर परखंड के सामिल करना बाकि आहे। संगे – संगे जनगनना कर’इआ अधिकारि केर अइगानता केर कार’ने इ रकम केर गलत आर भरामक आँकड़ा पाउआए आहे।

जे गनक रह’एँला उमन अइगानताएँ मातरिभासाक जाएगाएँ कन’ हल’उ अंकित कइर देनला आर किछु त’ राजनिति ले पेरेरित रह’एँला एहे कार’नेइ कन’इ भी भासा केर सहि – सहि आँकड़ा नि देखे पाउआएला।

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जनगनना संबंधि प्रो. परमानंद महतो जि केर बिचार

इटाक संबंध माहान प्रो. परमानंद महतो जि केर बिचार इ रकम आहे – ‘‘जनगनना केर धेउ लेकहन ढेइर अधिकारि पाँच परगना मेंहेन उतर बिहार बाटे ले आलएँ, इमन के पंचपरगनियाक संबंधे कन’ बिसेस जानकारि नि हएक कार’ने हिंआक भासा के भोजपुरीक आधार मानलएँ केउ त’ बांगला आर उडि़याक मिसरन के देइख कहन इके मगही केर रूप कइ देलएँ।

इ रकम एखन तक केर जनगनना केर बेइगानिकता आर परमानिकता मेंहेन संदेह हएला जेटा सन् 1981 मेंहेन संक’लित करल जाए आहे। पंचपरगनिया भासा कह’इआ लगेक पुस्ट’ जनसंइखा इ भासा टाकेर जानकार जनगनना अधिकारिक दाराएँ गाए संभब आहे तबे गाए जनगनना केर बइगानिकता बुझल जाइ। ’’

सारांस

इ रकम पंचपरगनिया भासा-भासि केर संइखा अनुमान केर आधारे एखन लगभग दस लाख ले उप’रे ह’इ। एकर अलावा मेसा-क’सा (अइन’ भासा संग मिसरन जेसन पंचपरगनिया-उडि़या, पंचपरगनिया-बांगला, पंचपरगनिया-कुड़मालि, पंचपरगनिया-नागपुरी, पंचपरगनिया-सादरी, पंचपरगनिया-सादानी, पंचपरगनिया-मुंडारी) पंचपरगनिया कह’इआ लगभग 15 लाख ले उपरे हबएँ।


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