Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari 7

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Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari 7   हिंआ एक लाइनर केर रूपे देल जातेहे, संगी-साथी त’हरे जदि जे.एस.एस.सी केर तेआरि क’राला, चाहे पंचपरगनिया भासा केर प’ढ़ाइ क’राला त’ निचित रूपे इ एक लाइनर प’इंट गिला काम आइ। आसा आहे तोहरे स’उब लाभ उठाबा

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Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari

Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari संतोष साहू ‘प्रीतम’

  •  जनम – 3 जुलाइ 1952, पुरनानगर अँड़की थाना
  •  बापेक नाम – दुखहरन साहू, माँएक नाम – महिनी देबी
  •  सुरूक सिच्छा – गाँवेक इसकुले
  •  मेटरिक – खूँटी एस0एस0हाई इसकुल
  •  आइ0ए0 – 1970, राँची इनभरसिटि
  •  बी0ए0 – 1973, राँची इनभरसिटि
  •  सरकारी नकरी करलएँ
  •  इमन बांगला, उड़िया, हिंदी, पंचपरगनिया, छतीसगढ़ी, नागपुरी, अंगरेजी भासा जानएँला

 इमने केर हिंदी भासाएँ रचना –

  • प्रतिशोध – नाटक
  • तिरस्कार – उपन्यास
  • भावसंकलन – कबिता संग्रह
  • बंटा हुआ आदमी – कहानी संग्रह
  • पलाश के फूल – लघु उपन्यास
  • केन्द्रीय जेसीज रायपुर केर दाराए आइअ’जन करल कहनी लेख परतिज’गिता मेंहेन पहला इस्थान आइन रहएँ ।

 इमन केर पंचपरगनिया भासाक रचना –

  • जदि एसन हतक हले का हतक – कहनी, 2005 (पाँच टा कहनी)
  • चिती साँप – कहनी, 2014 (20 टा कहनी, एकटा जातरा बिरतांत)
  • परथम बिस्सजुइध केर एक सो साल – निबंध, 2015, (आठ टा निबंध)
  • पलाश केर फूल – लघु उपेइनास
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Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari वंशीधर महतो

  •  मइधकाल के स’नाक जुग आर आधुनिक काल के ‘‘समरिधि काल’’ कहल जाए आहे ।
  •  जनम – एक फरवरी 1955, तुँजू गाँव, थाना बुंडू
  •  बापेक नाम – घासीराम महतो, माँए – मिष्टो महतो
  •  सुरूक पढ़ाइ – गाँवेक इसकुले, मेटरिक – बुंडू हाइ इसकुले 1972 इसबिए, मास्टरी टेरनिंग – 1972 ले 74 तक, आइ0ए0, बी0ए0 केर’ पढ़ाइ कइर आहएँ ।
  •  1975 इसबिए बेड़ाडीह गांउए तेल-नुन, मुढ़ी, पकउड़ीक दकान ख’इल रहएँ ।
  •  1981-82 मेंहेन बुढ़ा पढ़ाइ केर सेंटर बेड़ाडीहे चालालएँ ।

इमन केर किताब –

  • मन’रंजनी टुसु गीत –
  • भरमर झंकार (झुमइर गीत)
  • आनंद कीरतन
  • झुमइर संगीत
  • पंचपरगनिया पंचामिरित
  • मधु सत – कबिता, 2014 (58 टा कबिता)
  •  रचना – सरबर कुमार, कलंख भजन, पंचपरगनिया मनसा जांत, सरई फुल, नावा डहर ।
  •  इमन कुरमाली आर नागपुरी केर’ रचना कइर आहएँ ।
  •  इमन केर लेख बिहान आर अखड़ा मेंहेन परकासित हए आहे।
  •  इमन केर पइद बिधा टा सबल देखाएला।
  •  बरत’माने ‘‘गीतिकाइब’’ रचना करे लाइग आहएँ ।

राजकिशोर सिंह जी ‘‘सिबुबारात’’ मेंहेन इमन केर बारे लिख आहएँ –

मधुर भासी बंसी पाँचपरगनाक धर’हर।

पंचपरगनिया पइद साहित देलएँ घरे-घर।।

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Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari चन्द्रमोहन महतो

  •  जनम – एक जून 1955, रागड़ाबाड़ाँग गाँव, तमाड़
  •  बापेक नाम – बनवारी महतो, माँएक नाम – मंदोदरी देवी
  •  तीन कालास तक पढ़ाइ गाँउएक इसकुले
  •  चउथा कालास ले सात कालास तक सारजमडीह मिडिल इसकुले
  •  आठ कालास लेक मेटरिक तक परस्तावित उच्च बिदालय नवाडीह
  •  मेटरिक 1973 मेहेंन पास करलएँ
  •  आइ0ए0, बी0ए0 बिरसा काँलेज खूँटी लेक 1988 इसबिए पुरा करलएँ
  •  एम0ए0 हिंदी ले 1983 इसबिए।
  •  पीएच0डी0 बिस’ए ‘‘कुड़माली भाषा का व्याकरण’’
  •  पीएच0 अवार्ड 1990 मेंहेन रामदेयाल मुंडा केर निरदेसन मेंहेन पुरा करलएँ।
  •  इमन पंचपरगनिया, कुरमाली, आर हिंदी केर बेस जानकार हेकएँ।

इमन कर रचल/जहड़ाल किताब –

  • कुड़माली केहनी जुड़ती – 1981
  • राबन बध – खंड काइब, 1990
  • गइद-पइद जहड़न – 1991
  • दुइ डाइर बारो बरन फुल – 1993
  • पंचपरगनिया बेआकरन – 2006
  • बुइध टमड़ा (पंचपरगनिया भासा साहित) – 2013
  • कुड़माली भाङअर – 2013
  • बुइध टमड़ा (कुड़माली भाङअर साहित) – 2013
  •  इमन केर ‘‘राबन-बध’’ पंचपरगनिया भासाक एक मातर’ खंड काइब हेके ।
  •  इमन केर ढेइर-ढेइर आलेख बिहान, जनमानस, स्मारिका आस्था, स्मारिका नागपुरी कला संगम मेंहेन छापाए आहे।
  •  2006 मेंहेन इमन के अखड़ा सम्मान मिल आहे।
  •  2017 मेंहेन झारखंड हिंदी साहित्य संस्कृिति मंच केर 50वाँ थापना दिबस मेंहेन इमन के सम्मानित करल जाए आहे ।

Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari जगन्नाथ सिंह मुंडा

  •  जनम – पाँच जुलाइ 1958, डिंबुडीह, तमाड़, मरन – चाइर नवंबर 2007.
  •  बापेक नाम – विश्वनाथ मुंडा, माँए – सोमबारी देबी।
  •  मेटरिक – हाइ इसकुल सोनाहातु, बी0ए0 – राँची विश्वविद्यालय (इतिहास), एम0ए0 – पंचपरगनिया।
  •  राँची काॅलेजे पंचपरगनिया भासाक किछु दिन फकटिआ सेवा देलएँ। तार परे इमन केर नकरी हुंआइ पाक्का हलक ।
  •  पंचपरगनिया भासा बिकास समिति मेंहेन इमन सचिव पदे सेवा दे आहेन ।
  •  इमन केर नामकरा रचना ‘‘छांहिरा’’ हेके।
  •  इमन एकटा समाज सेवी, समरपित नेता रहएँ। इमन तमाड़ बिधानसभा लेक चुनाव’ लइड़ रहएँ।

इमन केर रचना –

  • साराप – गइद
  • बन्दो बिरसा भगवान
  • छांहिरा
  • संपादन – उँजरा भइर फुल (करम चंद्र अहीर जी संगे)

राजकिशोर सिंह ‘‘सिबुबारात’’ मेंहेन इमन केर बारे लिख आहएँ –

मीठा काथा, मीठा बातरा मुँहे मुचकी हाँसी
भेदाए जातएँ हाँइस कहन, रहएँ मधुर भासी।।

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इन्हे भी देखें :-

Panchpargania Adhunik Sahityakar Ker Best Jankari सारांश

इ आरटिकल टा केसन लागलग जरूर कमेंट करबा। एसने बेस-बेस परीछा उपजगि आरटिकल पढ़ेक तेहें हामरेक बेबसाइट टाके र’जे भिजिट क’रबा। एकर अलावा पंचपरगनिया भासा संबंधी केसन जानकारी चाहाला उटाकउ कमेंट केर दाराए बताबा। लेगे सउब के जोहार कर’तिहि।


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