Panchpargania Prakirna Sahit :- Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन पर’किरन’ सब्द’ केर साब्दिक अरथ’ ह’एला – फइलल, हिंदे-हुँदे चाहे छितराल चिज, मिलल/मिसरन, जेटाएँ अनेक रकमेक चिज मिलल आहे । किताब केर एकटा अइधाए । फुटकर कबिताक संकलन ।
इ रकम पर’किरन’ साहित केर मतलब असन साहित जे गिला ल’क साहित केर मुइख बिधा ले अलग छटे-छटे बिधा मेंहेन समाजे छितराल आहे । इगला आकार मेंहेन छटे ह’एला ।
ल’क तुक्का, ल’कउक्ति, मुहाबरा, जानकहनि ल’रि, मंतर’, बाल आर खेइल गित एमाइन इसफुट बरगेइ बिबेचन करल जाएला । अनेक बिदुआन इटाके ल’क सुभासित’ नाम दे आहंए किंतु ल’कसुभासित केर भितरे ल’कउक्ति, मुहाबरा आर पहेलि केइ राखल जाए पाराए, अइन’ छटे-छटे गित एकर भितरे ढुकाल नि जाए पाराए, इ रकम भाभे इटाके पर’किरन’ साहित नाम देल जाए आहे ।
इ छितराल पर’किरन’ साहित केर भितरे अनेक रकम केर बिधा गिला के ढुकाल जाए आहे जेगिला इ रकम आहे –
- मुहाबरा
- कहतुक
- जानकहनि
- मंतर’
Table of Contents
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
दुनिआ केर हर भासा मेंहेन किछु बाइक एसन हएला जेगिला आपन अरथ’ अभिधा सब्द’ सक्ति ले बेअकत’ ना कइरकहन लछना चाहे बेंजना सब्द’ सक्तिक दाराए बेअक्त’ करल जाएला । एसन करले भासा टा गतिसिल आर ठीक-ठीक बुझेक मेंहेन दिक्कत नाइ हएला ।
एसन बेब’हार करले भासा मेंहेन चितर’मएता चाहे कहल काथा टा फ’ट’ देखल रकम बुझाएला इ रकम भाभे मुहाबरा केर बेब’हार हर भासा मेंहेन देखे पाउआएला ।
मुहाबरा टाइ भासा केर निंउ हेके, जेटाएँ भासा संबंधि घर ठाड़ रइ आहे । मुहाबरा टाइ एकर टुट-फुट के ठिक करेला आर गरमि, सरदि, आर बइरसा ले एके रइखा करते आतेहे ।
मुहाबराक बेब’हार ले भासा जिंएत, सहज-सरल, आर सउभाबिकता केर भाअ जागरित हएला । इकर बेब’हार ले भासा मेंहेन अरथ’ आर भाअ टा बेस लेखेर बुझे पाराएला । मुहाबरा मुइख रूपे अरबि भासा केर सब्द’ हेके, जेकर अरथ’ गल्फ’ करना/बातचित करना चाहे उतर देना हएला ।
किछु बिदुआन मुहाबरा के र’जमर्रा, ब’लचाल, बाग्धरा, तरजेकलाम चाहे इस्तलाह कहँएला । किंतु एखन तक इ सब्द’ गिला मुहाबरा केर पुरन’ रूपे परेआएबाचि नि बने पाइर आहे ।
मुहाबरा के अरबि भासाएँ मुहावरः आर उर्दू मेंहेन मुहाबिर कहँएला । हिंदी मेंहेन इके मुहावरा कहल जाएला । पंचपरगनिया भासाहुँ एहे मुहाबरा नाम टाकेइ राखल जाए आहे ।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा केर परिभासा
मुहाबरा अरबि भासा केर सब्द’ हेके जेकर साब्दिक अरथ’ अइभास करना हएला । जे सब्द’ गिला आपन साधारन अरथ’ छ’इड़ कहन कन’ बिसेस अरथ’ के बेअक्त’ करेला, एसन बाइक खेंड़ा गिला के मुहाबरा कहल जाएला ।
मुहाबरा कन’ भासा मेंहेन बेब’हार हल असन बाइक खेंड़ा हेके जेकर बेब’हार मुल अरथ’ ले भिनु रूढ़ लइछ अरथ’ केर तेहें करल जाएला ।
नवरंगी जि केर अनुजाइ हर भासा मेंहेन किछु एसन बाइक खेंड़ा रहेला जे गिला आपन अरथ’ अभिधा मेंहेन बेअक्त’ ना कइर कहन लइछ अरथ’ चाहे बेंअग अरथ’ मेंहेन बेअक्त करेला । एसन बाइक खेंड़ा के मुहाबरा चाहे बाग्धरा कहल जाएला ।
रामनरेश त्रिपाठी जि केर अनुजाइ मुहाबरा कन’ भासा चाहे ब’लि मेंहेन बेब’हार ह’उअ’इआ असन बाइक खेंड़ा हेके, जेटाक लेके बाइक सबल, सहज, र’चक आर चुस्त बनेला । संसार मेंहेन मानुस आपन ल’क बेब’हार ले जन-जन चिज बस्तु आर बिचार के देइख आहे, समझि आहे आर बार-बार उकर अनुभअ कइर आहे, उके मानुस सब्दएँ बांइध दे आहे, अहे टाकेइ मुहाबरा कहल जाएला ।
इ रकम मुहाबरा असन बाइक खेंड़ा हेके जे आपन अरथ’ अभिधा सब्द’ सक्ति ले बेअक्त’ ना कइर कहन लछना चाहे बेंजना सब्द’ सक्तिक दाराएँ बेअक्त’ करेला ।
एआनि कि जखन कन’ बाइक खेंड़ा आपन मुल अरथ’ छाइड़कहन कन’ बिसेस अरथ’ मेंहेन रूढ़ हए जाएला त’ उटाके मुहाबरा कहल जाएला ।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा केर जनम
मुहाबरा केर जनम कबउ-न-कबउ काँहु-न-काँहु हए आहे । किंतु कबे आर काहाँ इटा कहे पारना मुस्किल काथा हेके । कन’ मुहाबरा केर इतिहास खज करना टा एसन काथा हेके, जेसन कन’ खेत मेंहेन सुइ खज करना ।
जे रकम भाभे बइगानिक सउब जिबअंस ले इ काथा टाके फरिच कइर आहंए कि इंसान केर बजुद हामरेक सं’च लेक’ पुरना आहे । एहे रकमे हए पारे कि किछु मुहाबरा गिलाउ एसने पुरना हेके । मुहाबरा केर जनम केर संबंधे सिरिफ अनुमान लागाल जाए पाराए । पुस्ट’ भाभे नि कहे पारि कि फालना मुहाबरा टा फालना समइ आर फालना जाएगांए जनम हए आहे ।
हए पारे कि मानुस जबे ले कहे सुरू करलंए, एआनि उमन केर जे ल’क भासा रहे अहे टा लेइ मुहाबरा केर जनम हए ह’इ । काहेकि परतेक इलाका केर इसथानिअ भासा मेंहनउ अलग-अलग रकमेक मुहाबरा पाउआल जाएला । इगला उ छेतर’ केर ल’ग केर इंसानि अनुभअ केर आधारे बइन ह’इ ।
इ रकम मुहाबरा कन’ एक खास भासा केर हिस्सा ना हए कहन हर देस, हर जाएगा, हर तबका एआनि सउब रकमेक ल’गेक हिस्सा हेके ।
गटा पाँच परगना केर ल’ग आपन भासा पंचपरगनिया मेंहेन हर समइ सटिक भाभे मुहाबरा केर बेब’हार कर’एँला । इमन कह’एँला किछु, आर अकर अरथ’ लाछनिक रूपे कन’ बिसेस अरथ’ बाहराएला आर सुन’इआ ल’ग एकर बिसेस अरथ’ आसानि ले बुइझ लेएँला ।
बिना मुहाबरा केर भासाक बेब’हार आघुक जमाना केर लग’ नि करत रहेन, कारन कि मुहाबराक बेब’हार करले भासा आसानि ले बुझाएला आर संगे-संगे आकरसक आर परभाअसालि बनेला । एहे मुहाबरा गिला ल’क भासा ले परिसकार भासा मेंहेन धिरे-धिरे चलन मेंहेन आए लागेला आर साहित मेंहनउ जाएगा बनाए लेला ।
एकर अलाउआ मुहाबरा ल’क जिबन मेंहेन एक पिढि़ ले द’सर पिढि़ तक बिरासत रूपे देल जाएला । पंचपरगनिया मुहाबरा गिलाउ पुरना समइ लेकेइ ल’क जिबन मेंहेन बेब’हार हउअ’इआ ल’क भासा लेके जनमि आहे ।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा केर बिसेसता
- मुहाबरा केर बेब’हार बाइक केर परसंग अनुसार करल जाएला । अलग एआनि छिनगाए के नि करल जाएला । एकर बेब’हार एकलाइ नाइ हएला काहेकि मुहाबरा बाइक केर एकटा खेंड़ा मातर’ हएला । बाइक मेंहेन बेब’हार हलेगाए इटाक पुस्ट’ रूप आएला । जेसन – पंचपरगनिया केर एकटा मुहाबरा इ रकम आहे – भरल नदिइं झांप देक । एकर अरथ’ आलेदा रूपे भरल नदिइं कुदेक ह’इ । किंतु इटाएं कन’ बिल’छन अरथ’ नाइ बाहराएला । एकर उल्टा केउ कहेला कि ‘‘ देखा उ भाताार केर दिक्-दिकिइं भरल नदिइं झांप देलक त’ एकर बिल’छन चाहे लाछनिक अरथ’ ह’इ – जाइन बुइझ के बिप’इत माहान पड़ेक ।’’
- मुहाबरा केर आपन आसल रूप कबउ नि बदलेला । एआनि एके परेआएबाचि सब्दएं अनुदित नि करल जाए पाराए । जेसन – पंचपरगनिया केर एकटा मुहाबरा हेके – ‘‘हांथ छांदेक’’ किंतु इकर जाएगाएं ‘‘पाणि छांदेक’’ कहप हले गलत हए जाइ ।
- मुहाबरा केर सब्द’ गिलाक अरथ’ ना लेकहन अकर अउब’धक अरथ’ लेल जाएला । जेसन ‘‘आंइख बिछाना’’ इ दुइअ’ सब्द’ जखन मुहाबराक रूपे बेब’हार ह’इ तखन एकर सब्द’ गिलाक अरथ’ कन’ काम नि देइ । किंतु जखन इ सब्द’ गिलाक बेब’हार मुहाबराक रूपे बाइक मेंहेन ह’इ तखन इगलाक अउब’धक अरथ’ – बेसबरि ले इंतजार करेक ह’इ ।
- मुहाबरा केर अरथ’ परसंग केर आधारे लेल जाएला । जेसन – आंइख खलाएक । इकर अरथ’ आंइख खलाएक नाहिं बल्कि सजग हएक हएला ।
- मुहाबरा भासा केर समरिधि आर सइभता केर कतना बिकास हए आहे सेटा केर नाप जख कर’इआ तुल डांडि़ हेके । एकर बेसि चाहे कम रहले एकर कह’इआ ल’गेक संइखा, सामाजिक संबंध, अउध’गिक इसतिथि, भासा बनेक सक्ति, ल’गेक संासकिरतिक चिन्हाप, अइधन, मनन आर हांसि ठाठाक भाअ, दुख-सुख एमाइन सभे भाअ गिलाक पाता चलेला । जे समाज जेतना बेसि बेब’हारिक आर सक्त’ ह’इ अकर भासा मेंहेन इग्लाक बेबहार अतनाइ बेसि देखे पाउआएला ।
- सामाज आर देस जेसन बनेला-बगड़ेला असने मुहाबराउ बनेला आर बगड़ेला । नाउआ सामाज केर संगे नाउआ मुहाबरा बनेला । पाँच परगना छेतर’ केर मुहाबरा के जदि बइगानिक अइधन करल जाए त’ इटा आपने फरिछ ह’इ कि हामरेक पाँच परगना छेतर’क भासा, संसकिरति, अउध’गिक बिकास, सामाजिक बिकास एमाइन एखन काहाँ तक ह’ए आहे ।
- देह’ केर अंग ले कहन बनल मुहाबरा लगभग सउब भासा मेंहेन देखे पाउआएला । जेसन पंचपरगनिया केर मुहाबरा के देखा – मुड़ उठाएके चलेक, माथा काम नि करेक, काना ह’एक, कारजा काँपेक एमाइन ।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबराक दरकार
- भासा मेंहेन मुहाबराक बेब’हार करले भासा संछेप, सरल, सुंदर, बुझेक मेंहेन आसान, आकरसक, लाछनिक आर सुन’इआ के बेसि परभाअ डालेला ।
- कन’ काथा के कहेक मेंहेन, चाहे कन’ टा ठुराएक मेंहेन कम सब्दक दरकार हएला । जेसन – धनिमान ल’ग के आर’ बेसि धनिमान बनाएक काथा टाके कहेक मेंहेन पंचपरगनियाक मुहाबरा – तेल मुंड़ेइ तेल ।
- बेसि सब्द’ कइ कहन ठुराएक (बुझाएक) बदले मुहाबराक बेब’हार करले सुन’इआक उपरे एकर बेसि परभाअ पड़ेला ।
- इगला ले भासा केर ठेठ रूप गिलाक टउआ पाउआएला ।
- इगलाएं पुरखा समइएक नामकरा ल’गेक इसमिरति गिला ज’गाल आहे । इटा ले पाता चलेला कि हामरेक बुढ़ा-पुरखा कतना बुइदगर रहेन । संगे-संगे उख’नेक रहन-सहन, सं’च बिचार एमाइन गिलाकेर’ जानकारि मिलेला ।
- इगला ले सामाज केर सांसकिरितिक बदलाअ केर जानकारि मिलेला ।
- पुरखा जमाना ले चइल आउअल सइभता संसकिरति आर बिचार केर बदलाअ केर जानकारि मिलेला ।
- कन’ जाति आर देस केर इतिहास ज’गाए के राखल रहेला ।
- मुहाबरा भासा बिसेस केर भात हांडि़ हेके ।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा केर बरगिकरन (बाँटा)
कनइ भि भासा मेंहेन मुहाबराक बेब’हार काथा टाके परभाबि, सरल, आसानि ले बुझेक तेहें करल जाएला । मुहाबराक बेब’हार ले भासा मेंहेन लाछनिकता आर बेंजनिकता बनल रहेला । इ रकम मुहाबराक बेब’हार ले भासा सबल आर अलंकिरित बइन जाएला ।
पाँच परगना इलाका मेंहेन अनेक रकम केर मुहाबरा भरल पुरल आहे जेसन – सुख-दुख केर, आचार-बिचार केर, जिबन मरन केर, देह’ (गात) केर, सगुन-अपसगुन केर, निति संबंधि, संसकार संबंधि, चरइ चुनगुनि आर छटे-छटे जिब केर, एकर अलाउआ अनेक रकम केर मुहाबरा हामरेक छेतर’ मेंहेन लगेक आगा मुँहेइ आहे, किंतु हिंआ-हुंआ छितराल आहे ।
इगलाके समटि कहन खेजाक अनुजाइ बांटेक दरकार आहे । पंचपरगनिया मुहाबरा के हेंठे देल अनुजाइ बाँटल जाए पाराए –
देह’क अंग ले
पंचपरगनिया भासा मेंहेन अंग – परतंग ले आधारित अनेक रकम केर मुहाबरा आहे । अंग परतंग लेकहन मुहाबरा हिंआ जतना आहे अतना साइद कन’ चिज बस्तु ले मुहाबरा नेखे । जन अंग परतंग ले मुहाबरा आहे उगलाएं मुहख रूपे दांत, आंगुर, आंइख, कान, घेंचा, छाति, पेट, गड़, चुइल एमाइन आहे । जेसन –
- ठेप’ देखएक – पसंद नि करेक । मंजुर नि करेक ।
- आंइख लाल करेक – रागे हएक ।
- आंइख मुंदेक – अदेखा करेक ।
- आंइख लागेक – निद लागेक । नज’इर लागेक ।
- आंइख नाचेक – अपसगुन – सगुन हएक ।
- आंइखे धुरा छिंटेक – ध’खा देएक ।
- एक हाथिआ – एके ल’गेक कामे आनल टा ।
- कानेक स’ना हएक – पिरअ चिज ।
- कान ठाड़ करेक – साअधान हएक ।
संसकार संबंधि
पाँचपरगना छेतर’ मेंहेन नाना रकम केर जाइत रहँएला आर इमन केर आपन जाति अनुजाइ अनेक रकम केर संसकार पाउआल जाएला । इ रकम संसकार संबंधि मुहाबराउ अनेक रकम केर देखे पाउआएला । जेसन –
- छठि करेक – जनमेग नेग ।
- छुटा हएक – नाउआ जनम । परसअ हएक ।
- जान देएक – मइर मिटेक तेहें तआर ।
- जान जाएक – बहुत कस्ट’/मरेक रकम इस्तिथि ।
निति संबंधि
पाँच परगना मेंहेन रिति निति संबंधि मुहाबराउ अनेक रकम केर देखे पाउआएला । इगलाएं समाज केर निति निअम संबंधि बिचार गिला रहेला । जेसन –
- दिन दुनिआ जानेक – संसारिक रित जानेक ।
- चाइल-चलन सिखेक – संसकार जानेक ।
- गंगा नाहाएक – सफल हएक ।
- ल’टा पानि देएक – माइन देएक ।
- लगन धरेक – निअम धरे उचराएक ।
खेति किसानि ले संबंधि
गटा पाँच परगना छेतर’ टा खेति किसानि ले जुड़ल आहे । हिंआँक ल’गेक जिबिका खेति किसानि लेइ चलेला । इमन बेपार निहिंक बराबइर करंएला । हिंआक ल’ग आपन उपजाल धान सब्जि के बाजारे बेचंएला । एहे गिला लेइ धन कामाएंला । इ रकम भाभे खेति जिबिकाक मुइख साधन ह’एक कार’ने किसानि ले संबंधित मुहाबरा बागरा भाभे देखे पाउआएला । जेसन –
- बान नाभाएक – रपा सुरू करेक ।
- माड़ा मिसेक – उलट पुलट करेक ।
- अन जा जुटुक – आबगा संच काथा ।
- दादाक भरसे कातारि र’पा – ल’गेक आसा करा बेकार हेके ।
जानउअर संबंधि
जेसन कि जानिला कि पाँच परगनाएँ खेति किसानि ले जिबन चलेला । आर खेति किसानि मेंहेन गुरू, काड़ाक बिना खेति किसानि असंभअ हेके । आर संगे-संगे आरथिक सहज’गिक रूपे गाइ, छागिर, भेडि़ एमाइन’ आहएँ । एकर अलाउए अनेक रकम केर पसुआ जानउअर, बनुआ जानउअर केर’ जिबन मेंहेन सझा संबंध आहे इ रकम हामरेक समाजे जानउअर केर अनेक रूपे दरकार आहे आर इगला ले संबंधित मुहाबराउ अनेक रकम केर देखे पाउआएला । जेसन –
- सांड़ बनेक – उदंड हएक ।
- सांगि भेडि़ पकाए मरे – बेसि जिब के राखले संभड़ानाटा माहाजाला हेके ।
- कउआ – कुकुर गागाएक – अपसगुन केर काथा ।
- हरिनेक सिंग भारि – असुबिधा/अजुइत केर काथा ।
- कुकुर-झागड़ा – मिछा-मिछुन केर लड़ाइ ।
- हरिनेक मांस बएरि – दुसमन हएक ।
चरइ चुनगुनि पका माकड़ ले संबंधित
पाँच परगना छेतर’ मेंहेन चरइ चुनगुनि छुटु-छुटु पका माकड़ ले मुहाबरा दुइ रकम केर देखे पाउआएला । पसल आर बिना पसल । जेसन –
- माछि मारेक – बेकार काम करेक ।
- पेटे मुसा कुदेक – भुख लागेक ।
- पकाए मरेक – पका लागेक/केउ देख’इआ निहिं ।
- खुखडि़क गड़उ तेल – नि बुझ’इआ के, के पुछेला ।
- उल्लु बनेक – मुरूख बनेक ।
पर’किरति ले संबंधित
गटा पाँच परगना टा पर’किरति उपादान ले भरल-पुरल आहे । हिंआक नदि, नाला, गाछ-पात, पानि, आइग, चांद, तारेआ, सुरूज, बादेइर, हाउआ, रउद एमाइन ले ढेइर रकम केर मुहाबरा देखे पाउआएला । जेसन –
- उबेइर करेक – बादेइर साफ करेक ।
- तारेआ गनेक – कठिन काम ।
- दिनेइ तारेआ देखेक – घमंड बाढ़ेक ।
- दाना, पानि सिराएक – मरेक/मरेक रकम इस्तिथि ।
- पानि-पानि करेक – हलाहल/रइट देएक ।
- पानि पिआए के छ’इड़ देएक – परेसान कइर देएक ।
मानुस केर मन’भाअ ले
- चुनचुका हएक – अचाकाहिं कन’ नि बुझाएक ।
- हाए करेक – दुखि हएक ।
- कारजा कांपेक – आचाकाहिं डाराएक/डाराएउठेक ।
- हाहा हिहि करेक – बिना कामे एकर-अकर संग काथा कहतके गिजडि़/हांइस भुलेक ।
घर घिर’सातन ले
- माड़-साग केरक – कन’ हलउ साग सब्जि रांधेक ।
- जे थाराएं खाए से थारा के छेंदा करा – हित कर’इआ ल’ग के ध’खा देउआ ।
- बिन पेंदाक ल’टा – कन’ हल’उ पछे जाउअ’इआ/एकटा काथाएं अडिग नि रह’इआ ।
- मुंहे लुगा लेएक – हांकाल’उ चाल नि देएक ।
पउरानिक काथा/धरमेक काथा ले
- गंगाजल पिआएक – मरेक सम’इए आखरि इछा पुरा करेक ।
- गंगाजल झिंटेक – आसर टाके सुइध करेक ।
- रामबान हएक – अकाट हएक ।
आरथिक इस्तिथ ले
- मड़आक दरे बेचेक – कम दामे जिनिस के बेचेक ।
- टाका बटरेक – खुब बेसि पइसा कामाएक ।
- नुन तेल नि जुटेक – आरथिक तंगि/पइसा नि रहेक ।
- छाइन फाइड़ के देएक – भाइगमानि बनेक ।
सगुन अपसगुन ले
- सपने धंघि देखक – सुभ सपना ।
- दहि खाएक – सुभ लछन ।
- हाथ ख’जुआएक – असुभ लछन ।
- कउआ/कुकुर/बिलाइ गागाएक – सुभ संकेत ना लागे ।
एकर आलाउआ अइन’ ढेइर रकम केर मुहाबरा देखे पाउआएला । आसल मेंहेन पंचपरगनिया भासाए कन’ एसन छेतर’ बांचल नेखे जाहाँ मुहाबरा नि पाउआएला । हिंआक ल’क जिबने हर जिनिस हर इस्तिथ एमाइन मेंहेन भरल पुरल मुहाबरा आहे ।
जेतना ख’जेक अतना मुहाबरा देखाएला आर एकर अनुजाइ एकर बरगिकरन’ बाढ़ले जाएला । इ रकम आस्ट’ भाभे नि कहल जाए पाराए कि पंचपरगनिया मुहाबरा मेंहेन एतने टा बरगिकरन ह’इ ।
Panchpargania Prakirna Sahit केर भितरे किछु मुहाबरा
- अन ना जुटुक – आबगा सच काथा कहेक।
- अन चिंता चमतकार – भाइग खुलेक।
- अंस टाना ल’ग – पछपाती मानुस/ल’गेक धन खाउआ।
- अन पानी सिराएक – टाइम पूरेक/मरेक।
- अंत’ नि पाएक – मुड़ी नि पाउएक/केकर’ मनेक काथा बुझे नि पारेक।
- अकल बकल जानाएक – बेस नि लागेक।
- आपन संच’ परेक न’चं – सेआन चेंका/परेक धन खाउअइआ।
- आँछी-माछी – अमंगल पाँइत नि पंहचेक।
- आँतर खेदेक – बहाना करेक।
- आँतर लेएक – आघु बाढ़ाएक।
- आनगा काद’ करेक – खुसामदी करेक।
- आनगा खिजाएक – बारमबार आउएक।
- आनसा कराएक – थकान लागेक काथा।
- आँखराए लागेक – राग बाढ़ेक/राग धरेक।
- आइगे मूतेक – राग धरेक।
- अ’ढ़ना लेएक – जुआन ह’एक।
- आइगेक भाई लुआठी – एक निहार कर जिनिस/कन’ ल’ग ले बेसि बाइढ़ता ह’एक।
- आँइखे काथा कहेक – इसाराएँ काथा कहेक।
- आइग लागुआइआ – झागड़ा झांटी कराइआ।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- आसापइत ह’एक – गरभ’धारन ह’एक।
- आँचरा ड’लाएक – रिझकुआड़ जनि/बेटिछुआ।
- आथाउडि़क च’ट – बेफिजुल कर निसाना।
- आँचरा बिछाएक – स्वागत करेक/पाएक हिंछा धरेक।
- आँइखे धुरा झिंटेक – ध’खा देएक।
- आँइख फूटल देखेक – अपिरिअ लागेक।
- आँइख लाल ह’एक – खीस/राग/गुस्सा बाढ़ेक।
- आँइख नुबाएक – नींद आएक।
- आँइख नुबेक – जाइन बुइझ कहन अदेखा करेक।
- आँइख मेचकाएक – मजाक करेक।
- आँइख बाहराएक – जनम लेएक।
- आँइख देखाएक – धमकाएक।
- आँइखेक कांटा – दुसमन बनेक।
- आँच’रे पंछेक – बेस मानेक।
- आँइख मिटकाएक – इसारा करेक।
- आँइखे ठिरिआएक – एकधाइर करेक।
- आँइख नाचेक – घटना घटेक। (पिरिअ चाहे अपिरिअ)
- आँचराएँ ढांपेक – बेस मानेक/लुकाए लेएक।
- आँइख मुदेक – अनसुना करेक/मरी जाएक।
- आँइख नि भरेक – कमी महसुस ह’एक।
- आँधार घरेक काथा – कन’ नि जाने पाउआएक/लुकल काथा।
- आपन डहर सझ करेक – आपन काम लेएक।
- आपन गड़े ठाड़ हेएक – स्बालंबी बनेक।
- आँइख रहत के काना – बुइधगर ह’एकउ मुरख साजना।
- उतना हे सिंदुर पिंधेक – कंजूसी करेक।
- उलटाए मारेक – कन’ कामे सफल ह’एक।
- उसकाए राखेक – परआस कइर देखेक/झागड़ा सुरू कइर राखेक।
- इरखा मारेक – चिढ़ाना/रागा करूआएक।
- इद कर चाँद ह’एक – दरसन नि ह’एक/ढेइर दिनेक बादे देखे पाउआना।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- इंचरि देखेक – ख’जे केर चेस्टा करेक।
- इंड़राए देएक – मरे मुहाएक।
- इंड़राएक – रागाएक।
- ऊरूसुरू करेक – काम करे उचराएक।
- उनीस बीस ह’एक – लगभग ब’राबइर देखाएक।
- ऊसुर पुसुर हेएक – नींद नी आउएक।
- उड़रिआ जाएक – पेरेमि संगे पाराएक।
- उरमाले पोंछेक – बहुत पेआर करेक।
- उजड़ल गाँवे मुरइ माहतो – मुरूखेक दलेक बुइधगर।
- ऊठ छंड़ी त’र बिहा – आघु खभर ना कइर कहन एखन चाँड़ देखाएक।
- उंच’ पींढ़ाएँ बसाएक – माइन करेक।
- उखी उचराएक – झागड़ा सुरू करेक।
- उपगारिआ के बाटे मारे – सहज’ग कर’इआ के ध’खा देएक।
- उपदरेक टेंग भांगे – सबक सीखेक।
- उटके लागेक – खदिनदि करेक।
- उलगी देएक – संत काथा कहेक।
- उलगा कराएक – संत कहेक तेहें बिबस करेक।
- उलटी गंगा बहाएक – आनदाजी काम करेक/निअम ले बिरूध काम करेक।
- एखन तखन करेक – बाहाना बनाएक।
- एखन न तखन निहार – मरेक रकम इसतिथि।
- एकटा सुताएँ सउब के बाँधेक – बिना बिचारेक काम करेक/सउब के समटि राखेक।
- एंगरेजी बतिआएक – फुटानीक काथा कहेक।
- एंेठा ह’एक – ताकत देखाएक।
- एड़ देएक – बेजाइन रागे पाराएक।
- एंड़ी च’टी एक करेक – खुब ज’र लागाएक।
- कपे कइर राखेक – रूसेक।
- कचटा ह’एक – खुभ ज’र लागाएक।
- कचटा ह’ए मरेक – रागे भूत ह’एक/खुब रागे ह’एक।
- काल्हा कइर देएक – चुप ह’ए जाएक/हाराए देएक।
- कालहा हेएक – सुगुम रहेक/हाइर मानल।
- काथा नि जिराएक – चुपे नि रहे पारेक/उचार नाचार काथा कहेक।
- काटल घाउए नुनेक छिटका – दुखेक उपर दुख देएक।
- काठ फाड़ा च’ट – बेजाइन आँटे मारेक।
- कारजा काँपेक – डरे थारथाराएक।
- कान देएक – धेआन देएक।
- काने पार नि ह’एक – धेआने नि देएक/धेआन लागाए के नि सुनेक।
- किरकिरी भांगेक – ज’स जाएक काथा।
- काले घेरल – कन’ काम नि बनेक/ दिसा ले भटकल मानुस।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- कारजा काढ़ेक – बदला लेएक।
- कामिआक पाहाड़े भात – खाट’इआक पेटेक चिन्ता नि रहेला।
- कान भरेक – बुइध बाताए देएक/बाझाए देएक।
- काने ठुला लेएक – एकदमे नि सुनेक/जाइन-बुइझ कहन असुना ह’एक।
- कान नि देएक – धेआन नि देएक।
- कान ठाड़ ह’एक – हुँसीआर बनेक/धेआन देएक।
- कान मचड़ा ह’एक – कन’ काथा इआद करेक।
- कान टमड़ी देखेक – खेआल करी देखेक।
- कान दली ह’एक – कम सुने पाएक/सुइन कउ अनसुना करेक।
- कापाड़ फाटल – किसमइत कर मारा/अभागा ह’एक।
- कापाड़ ठंकेक – पसताएक।
- कापाड़े हांथ लेएक – चिंताएँ डुबेक।
- कापाड़े आइग ज’रेक – दुखेक काथा।
- कापाड़ छेंछा ह’एक – दुखे मुड़ी हेजाएक।
- काने घ’इर घुराएक – बस माहने करेक।
- कुँआक बेंग – जानकारीक अभाप ह’एक।
- कुचा क’इर गुचाएक – हस ठिकानाए आनना/हाराएक काथा।
- किरकिरी गुचाएक – उठल जस भांइग देएक।
- किरकिराए भुलेक – जस माहने र’हेक।
- काचड़ले उपर काचड़ेक – खुभे जाँतले ऊपर जाँतेक।
- किरकिरी मेटेक – हिंछा पुरेक।
- काचड़ा ह’ए मरेक – कामेक बाइड़ताएँ परेसानी।
- खिदिरखिन कइर गुचाएक – बेजाईं परेसान करेक/दिक्-दिक् करेक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- खंखर कइर गुचाएक – धन कर हानि करेक/साफा करेक।
- खंखर कइर राखेक – बरबादी/नुकसान कइर जाएक।
- खड़ी खड़ी लेएक – इआइद कइर कइर लेएक।
- खंखरे लागेक – भूख लागेक।
- खँखर ह’एक – गरीब बनेक।
- खुर बाँधल – हानि पंहचाइआ।
- खुचुर खुचुर मांगेक – बारमबार मांग करा/टुमे टाँए मांगे जाएक।
- खेड़हाक गु तीन ठीन – हुसिआर बनेक।
- खेइड़का नि ध’रा – कन’ काम नि कर’इआ।
- खुखड़ीक गड़उ तेल – नादान संगे माफी मांगा।
- ग’ड़े गिरेक – सरन माहने आएक।
- गड़मुड़ धरेक – खसामदी करेक।
- गड़मुड़ लागेक – परनाम करेक।
- गनल दिन – पासापासी मरेक/चांड़ेइ मरेक दिन पंहचेक।
- गुड़दाए लागेक – मारे पीटे उचराएक।
- गड़ भारी ह’एक – गरभ’ धरेक/गाभिन ह’एक।
- गेंजराए राखेक – दरमरा पीट राखेक।
- गुड़ चिउरा सानेक – आसा करेक/ बिचार धरेक।
- गाँढ़ाएँ गिरेक – गरीब ह’एक/ध’खा खाएक।
- गाँढ़ाएँ धकलेक – केकउ गरीब करेक।
- गात सिहरेक – बेजाइन भ’ए लागेक चाहे बाढ़ेक।
- गसआए मरेक – सुखे लागेक।
- गातेक जर नि देएक – कन’ नि देअइआ/आखरि कंजुस।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- घुँघटा लेएक – माइन देएक।
- घुँघटा देएक – नि बन’इआ माना।
- घरना घरेक – माना कर सीमा बाँधेक।
- घाँस छ’लेक – साधारन काम।
- घरेक बाघ – घर कर दुसमन।
- घरेक भेदी लंका ढाहे – भाइ-भाइ कर दुसमन।
- घरे आइग लागाइआ – दुसमन ल’ग।
- घर आनगा काद’ करेक – आतमीअता बाढेक/लाचार करेक/परेसान करेक।
- घाती बनेक – हुँसीआर ह’एक।
- घाटे उठाएक – उधार करेक।
- घेंचाक माला – पिरिअ जिनिस ।
- घाटेक पाखान – सह’इआ बनेक।
- घाम गारल धन – गरम चुआएके कामाल धन।
- चुँबा खाएक – पीरित बाढ़ेक।
- चुटी गड़े उफड़ेक – घमंड बाढ़ेक।
- चुँबा लेएक – आदर देएक।
- चुइल ठाड़ ह’एक – रागे ह’एक।
- चुलुइ बुतुइ ह’ए भुलेक – बिन कामे इधार-उधार ह’ए भुलेक।
- चारका इंड़राएक – बेह’से गिरेक/मरनाए पंहचेक।।
- चटइ चाउर ख’जेक – आपन काम चाँड़े करेक/काम नझ’ हत केइ फल कर आसा करेक।
- चारा झिंटेक – ल’भे आनेक/ल’भाएक।
- चारा खाउआएक – बसी भूते आनेक/आपन बसे आनेक।
- चरबी बाढ़ेक – गरब बाढ़ेक।
- च’र सुनि काँहु धरमेक कहनी – पर उपदेस नि लेएक/हठि मानुस/हठ क’रा लग।
- चेत आएक – ह’स आएक/दिमाग खुलेक।
- छंद’रंद’ ह’एक – चले नि देएक/ टेका करेक।
- छाती अड़ेक – हिम’इत देखाएक।
- छितीछान कइर देएक – सामान हेनुआ बेनुआ करेक।
- छाती पीटेक – दुखि हएके काँदेक।
- छाती दहलेक – दुखे दुखी ह’एक।
- छाती फाटेक – अस’हा दुख बाढ़ेक।
- छातीक कारजा खाएक – बदला लेके छ’ड़ेक।
- छातींइ भात राँधेक – बेजाइन दुख चाहे कस्ट’ देएक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- छाँहेर देखा – सुखल फुटानी क’रा।
- छाँहेइर कइर लेएक – अरधांगिनी मानी लेएक/केकउ संरंछन देएक।
- छेंछा प’टका ह’एक – दुखा बेथा बाढ़ेक/अकबकी बाढ़ेक।
- छाइन फाइड़ के देएक – उपरी आउअल धन/बिना खाइट कहने पाउआल धन।
- छुटा ह’एक – छुआ जनमेक /प्रसव ह’एक।
- छुमंतर करेक – गाएअब कइर देएक।
- छिआछिका ह’ए जाएक – परिपुरन’ ह’एक/ हिंसाब ले बाहेइर ह’ए कउ बाँचेक।
- छुछा के, के पुछा – जेकर पास धन निंहिं अके केउ नि पुछेन चाहे माइन नि करेन।
- जरल आइगे झांप देएक – जाइन-बुइझ कहन खतरा के डाकेक।
- जरल आइगे घिउ ढारेक – बाढ़ाउआ देएक।
- जिअंत जम – जिधा बनेक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- जिउ जाँइत राखेक – बेजाइन क’सटे धन बाढ़ाएक।
- जिउ जाँइत के क’हेक – साहास बटरी कहन कहे पारेक काथा।
- जिउ डाँट करेक – साहास ध’रेक।
- जिउ तीता ह’एक – मन के खराब लागेक/दिक्-दिक् ह’ए जाएक।
- जिउ पानी ह’एक – परेसान ह’एक।
- जिउ दुखाएक – बेथा लागेक/मनेक कस्ट’।
- जिउ छ’इड़़ के पाराएक – डाराए के पाराएक।
- जांगड़ाएँ आइग लागेक – कामच’र।
- जाइत जाए बुइध बाहराएक – पसतान लागेक/काम खाराब ह’ल परे बुइद बाहराएक।
- जालेक माछ फुचकेक – किसम’इत भांगा।
- ज’मकि के आएक – मिल मेइस के आएक।
- जांघड़ाएँ घुन लागेक – काम माहने मन नि लागेक।
- जबान देएक – बच’ने बाँधेक/बचन देएक।
- जेइर काटेक – मूल जिनसि टा हाटाएक।
- जुलुम करेक – जिधा करेक/कन’ काम के मन लागाए के क’रेक।
- झंक मारेक – काम करेक सम’इए ब’इस र’हेक।
- झालले नि पाउआएक – कन’ नि पाउआएक।
- झान-झानाए लागेक – उखी उचराएक/झागड़ा लागेक/गुइल करेक/केकउ गाइर देएक।
- झांझर ह’ए सिराएक – कमज’र ह’एक।
- झिंक उठेक – ह’ए आएक।
- टआ करेक – ख’इज करेक।
- टसम’साए नि पारेक – कन’ क’रे नि पारेक।
- टमड़ी आनेक – खेआले आनेक।
- टआ कइर आनेक – ख’इज बाहराएक।
- टांगा फाड़ा कहेक – साफा कहेक।
- टांगा फाड़ा च’टाएक – आँटे च’ट गिराएक।
- टांग आड़ाएक – कन’ कामे दखल/माना करेक।
- टानाटानी र’हेक – मेल ज’ल नि रहेक।
- ठेपा गाड़ेक – चिन्हाप देएक।
- ठेप’ देखाएक – नि मानेक/ध’खा देएक।
- ठुपा ह’एक – एकठिन ह’एक।
- ठंठकी देखेक – कम खाएक।
- डहर नापेक – रास्ताएँ चलेक।
- डुइब मरेक – बरबाद ह’एक।
- डल ह’एक – समइ सीमा सीराएक।
- डाँगरा चंथेक – खुभे खाएक।
- ढ’नढ’नाएक – लालच करेक।
- ढ’लढ’ली ह’एक – म’टा ताजा बनेक।
- ढेउ फूटेक – संभड़ नि खाएक।
- ढेकार लेएक – खाए पी के सांग’ ह’एक।
- ढेलुआएँ झुलेक – आनन्द’ लेएक।
- तकदीर खुलेक – भाइगमान बनेक।
- तपाल काथा उटकेक – भुलल काथा उटकी घुराएक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- ताँबा तुलसी खाउआएक – कसम खाउआएक।
- ताअ धरेक – बरनाए घुरेक।
- ताउआ चाटेक – ल’भी बनेक।
- तेंगरा ह’एक – जबरन संग देएक।
- ताअ बाँधेक – फुटानी करेक।
- तुतकाएँ ठेलेक – चले लाए बाइध करेक।
- थपिआएके अठे चुँबा – देखाउटीक दुलार।
- थथि कुटेक – गप मारेक।
- थथना बाजाएक – गुइल करेक।
- थुँइक के चाटेक – जबान पलटेक।
- थथनाएँ कुचेक – झागड़ा लागेक।
- थलबलाए उचरेक – गरभ’ ले सुरू ह’एक।
- थुमड़ी ह’एक – समइ बीतेक।
- द’हिनाए देएक – अलग क’इर देएक।
- दुधेक ध’अल – इमानदार पुरूस।
- दुधेक दाँत नि बाहराएक – छटे उम’इर ।
- दुइ दिनेक चाँद – अल्प’ बेराएँ मिलन।
- दाना पानी सिराएक – समइ पुइर आएक।
- दिन राइत एक करेक – खाँखुते खाटेक/बहुत बेसि मेहनत करेक।
- दागा देएक – ध’खा देएक।
- दिनेइ तारेआ देखे पाएक – संकट माहान गिरेक।
- दिन जाउक जे रिन ना ह’उक – अल्प’ धनेइ दिन चालाएक काथा।
- दाँत लागेक – मरे मुहाएक।
- दाँत चाबेक – खीस/राग बाढ़ेक।
- द’हिनाए राखेक – बस कइर लेएक/सामलाति धन ले अलग धन करेक।
- दहिना हाथ ह’एक – कन’ ल’गेक खासम-खास सहज’गि बनेक।
- दिल देएक – पेरेम पेआरा ह’एक।
- दगड़बाज ह’एक – ध’खा देएक।
- दिन माझे नि देखेक – जाइन बुइझ कहन अजाना ह’एक चाहे गलती करेक।
- दादाक भरसाएँ कातारी – पर भ’रसाएँ काम नि ह’ए।
- दुपुइ दुपुइ करेक – बेजाइन डर लागेक।
- दाँत च’खाएक – ताक देखेक/खाएक आसा करेक।
- दाँत देखेक – पारिख करेक।
- धुरा उड़ाए देएक – जइम के नाचेक/खेलेक ।
- धुरा फाँकेक – भुखेइ रेहेक।
- धुरा झींटेक – ध’खा देएक।
- धुकुर पुकुर लागेक – मने असानती रहेक/ह’एक।
- नउआ देखले नख बाढ़ेक – हिंसका ह’एक/कामिआ ल’ग के देखल काम इआइद ह’ए।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- नख खंटा ह’एक – छुइत गुचाएक।
- नागरा डुंग डुंगाएक – खभर करेक/जानकारी देएक।
- नारद मुनी बनेक – कुटनीति करेक/आझान-बाझान कर’इआ।
- निसा फाटेक – निसा छ’ड़े उचराएक।
- नज’इरे च’ढ़ेक – दुसमन ब’इन जाएक/सतरू केर पहचान ह’एक।
- नज’इर माढ़ेक – पंसिद करेक।
- नेरटी चिपेक – कन’ काम करेक तेहें बाइध’ करेक।
- नाइ मामा के काना मामा – निंहिक बदले केउ हले/आसल जिनिस केर बदले नकल ले काम चालाएक काथा।
- नाम गह गह पेचा राजा – सुखल फुटानी।
- नासन गाड़ेक – दुसमन केर हानि करेक ।
- ना नुकुर करेक – बाहाना बनाएक।
- निमछा निमछी करेक – गर’ह द’स काटेक काम।
- निजक ग’ड़ेइ च’टा ह’एक – दुख टाइन आनेक/निजेक नुकसान करेक काथा।
- नाक काटेक – बेइजत करेक।
- नाक रगड़ेक – खुसाम’दि करेक।
- नर’हइने माटी काटेक – बिना मतलब केर काम/सही अउजारे काम नि करेक।
- नदी धाइरेक गाछ ह’एक – मइर जाएक/कखन’ हलउ नास ह’एक काथा।
- पटा दुहरेक – साफाइ करेक।
- पटा सुरका सुरकेक – सउब किछु ले लेएक।
- परेक पाले जरेक गाते खउआ – पर खउआ/निजेक नुकसान ह’लउ दसर ल’गेक सामान केर बेब’हार करेक।
- पाठ पढ़ाएक – कुटिल बुइध देएक।
- पाँच’ आँगुरे घिउ जपकल – आबगा लाभे लाभ।
- पातेइर चाटेक – ल’भी बनेक।
- पिठा माराएक – बगड़ी जाएक।
- पीठ थाप-थापाऐक – साबासी देएक।
- पीठ ठंकेक – साबासी देएक।
- पीठा सिझाएक – सबक सिखाएक।
- पेटे बाघ/ढ़ामना सामाएक – साराखन खाए ख’जेक।
- पेटे लाइथ मारेक – ध’खा देएक।
- पेट काटेक – हक मारेक।
- पेट खजुआएक – भूख लागेक।
- पेट ह’एक – भारी गाते ह’एक।
- पेटे लाथी मारेक – हक लुटेक।
- पेट काटेक – खरच कम करेक। कम खर’चे दिन चालाएक।
- पेट भितरे सिखेक – बेजाइने बुइधगर ह’एक।
- पढ़ा लिखाएँ साड़े बाइस – आबट मुरूख।
- पेटे काथा नि पचेक – गुपुत काथा उलगी बाहराएक।
- पेटे दाँत जनमेक – ढिठ बनेक।
- प’टाए लेएक – आपन हाथे करेक/पेरेम जाल माहान फांसाएक।
- पटा दुहरा दहुरेक – चुइस सिराएक।
- फेंदडि़ राखेक – आधा आधी छ’इड़़ देएक/सामान के छिति-छान करेक। काम ह’ल परे सामान नि समटेक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- पस मानेक – बस ह’एक।
- पिल्हा काँपेक – बेनखाइ डाराएक।
- फड़ा फुटेक – दुख बिसरी जाएक।
- फसड़ा करेक – कमज’र बुझेक।
- फसका गेनेक – सउब किछु जानेक।
- फफरदाली करेक – बेेमतलबेक काथा कहेक।
- फफरदाली देखाएक – फुटानी करेक।
- फाँफर ह’ए सिराएक – कमज’र ह’एक।
- फाटल मुँहा – खाराब सब्द’ कह’इआ।
- फुस दसे माइर – बिना द’से द’स।
- फुचकल माछ बड़ेइ बुझाए – आसा बड़े धन/पाउआएक रकम धन नि पाउआले पसतान लागेला।
- फुल माला पिंधाएक – सआगत करेक।
- फुइल के ढाक ह’एक – गरब बाढ़ेक/ डर लागेक।
- फुटल फुल नि ध’रेक – कन’ काम नि करेक ।
- फेकाइर गागाएक – अपसगुन ह’एक काथा।
- बरमाह कर लिखल – संत काथा।
- बाँदरामु करेक – काम बगड़ाएक।
- बापेक नाम भुलेक – ह’स गेआन कराएक।
- बात देएक – रजामंद हेएक।
- बात बनाए लागेक – बाहना।
- बातिंग दुध पिएक – निसाहाए कर सहारा।
- बाँसी बाजाएक – झागड़ा करेक/ आनंद लेएक/केकउ हाराएक।
- बाइल काटेक – उपरी आमदनि/कामाइ।
- बान गाड़ेक – र’पा र’पेक पुजा करेक/धान र’पे सुरू करेक।
- बाकि नि राखेक – सउब काथा क’इ पुराएक।
- बिस पुटलिक पान – कपटि संगि/छ’ल कर’इआ संगि
- बिहा घ’रे माड़ – आसा कर उलटा काम ह’एक।
- बिना पेंदाक ल’टा – काथा पलट’इआ ल’ग।
- बुट लादे जाएक – ध’खा खाएक/नुकसान ह’एक/काम बगड़ेग।
- बेटी र’टी करेक – गाइर देएक।
- बेड़ा पार ह’एक – काम पार ह’एक/काम बनेक काथा।
- बेड़ा पार करेक – मुकती देएक/काम ब’नाए देएक।
- भ’जभ’जाए लागेक – गुइल करे उचराएक।
- भरल नदिंग झांप देएक – जाइन बुइझ कहन मरेक।
- भभकी देएक – डाराए दे केर चेसटा करेक।
- भालु कड़ा धन – बिन खाटालिक धन।
- भितरी माइर करेक – गंभीर नुकसान पंहचाएक।
- भारी गाते ह’एक – गरभ’बती ह’एक।
- भाइग फुटेक – कन’ काम टा नि ह’एक।
- भाइगे पाएक – किसमइते पाउआल।
- भेभाए लागेक – काँदे उचराएक।
- भेजाएँ नि सामाएक – दिमाग माहने नि ढुकेक।
- भूसा करि देएक – सिराए देएक।
- भकुआए रहेक – अचंमभित ह’एक।
- भार लेएक – जिमेदारी लेएक।
- भाभी देखेक – बिचार क’इर देखेक।
- भांटा खांचीइं स’इरसा – सामान भरल भितरे खालि जाएगा।
- मन कान गिराए देएक – नाराज ह’एक।
- मन टांगाल रहेक – कन’ निस्ट’ चाहे अनिस्ट’ ह’एक संभाउना/कन’ जिनिसे मन बाझ’ल रहेक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- मन हाइर देएक – साहास हेराएक।
- मन मेसेक – पिरित ह’एक।
- मन बगड़ेक – मन माहने बिकार उठेक।
- मन भरेक – संतुस्टी ह’एक।
- मने गुड़ चिउरा खाएक – बेजाइन आसाएँ र’हेक।
- म’जा चाखेक – आनंद उठाएक।
- मगज उठेक – पार ह’एक।
- मन टुटेक – निरास ह’एक।
- मने नि रहेक – इआद नि ह’इक।
- म’च ऐंठेक – ताअ धरेक।
- म’चे ताअ धरेक – चुन’उती देएक/सबल बनेक।
- म’च बाँका ह’एक – बेइजत ह’एक।
- मन खिदर करेक – मने पाप जागेक/मन बगड़ेक।
- मन मसकी रहेक – कन’ करे नि पारेक।
- मातुआला बनेक – संसकार ले बिपरित काम करेक।
- मांगा ले भांगा बेस – निजेक जिरिसेइ काम करेक काथा।
- माटि ह’एक – नास ह’एक/म’इर जाएक।
- माला ज’पेक – निकामा बनेक।
- माछेक तेलेइ माछ भुँजेक – चिपुस बनेक।
- माटीक म’ल – बेनखाइ सस्ता दाम।
- माछी मारेक – बेकार ब’सेक/बेकार काम।
- माहाभारत ह’एक – खुभे लड़ाइ ह’एक।
- माड़ेक जाला ह’एक – गरीब बनेक।
- माड़ कंुढ़हा खाएक – सइम चलतदार/कन’ निआर पेट चलेक काथा।
- माटी देएक – मुरदार त’पेक।
- माटींग मिलाएक – सरब’नास करेक।
- माएक थन काटा – निजेक ल’ग के ध’खा देउआ।
- माथा काम नि करेक – बुइध हेजाएक।
- माटी हबका क’राएक – हाइर मानुआएक।
- मांग रे मुँह खाबे त’ – ना ल’ड़ल हक नि पाउआए/मांगले गाए कन’ जिनिस पाउआए।
- मिठाइ बाँटेक – रिझे बेआकुल ह’एक।
- मुते दिआ जरेक – खुबे चलती चलेक।
- मुधनाए दुरा करेक – धन संचए करेक।
- मुँ दुखाएक – बुझाए के हारेक।
- मुड़ेक मांस खाएक – ध’खा देएक।
- मुड़ी हेजाएक – अंत’ नि पाएक।
- मुँ कपे करेक – मुँह फुलाए देएक।
- मुँहे मुँह लागेक – बिर’ध जाताएक/काथाएँ छेंकेक/तुतबेत करेक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- मुड़ नाभाएक – मुँड़रा करेक।
- मुँह चिन्हेक – पछपात करेक।
- मुड़ नआएक – माइन देएक।
- मुड़ घुराएक – थकान लागेक/च’क्कर लागेक।
- मुड़ गिराएक – जान लेएक/हाइर मानेक।
- मुंहे लार टपकेक – लालच बाढ़ेक।
- मुड़ हेंठ करेक – लाजे ह’एक।
- मुड़ उपर करेक – सान बाँधेक।
- मुँ फुलाएक – रूसा रूसी करेक।
- मुँ बाजाएक – गाइर देएक।
- मुँहे माटी देएक – कन’ नि देएक।
- मुँ ब’नाएक – नाराज ह’एक।
- मुँ च’राएक – कहेक तेहें हिचकिचाएक।
- मुँ ताकेक – अचंभा ह’एक।
- मुँ लटकाएक – काम नि ह’एक काथा/काम बगड़ेक।
- मुँ मेचकाएक – बिसमित ह’एक।
- मुँ ढ़ाँइप के चलेक – इजत बाँचाएक काथा।
- मुँ दुखाएक – कहल काथा नि सुनेक।
- मुँ नि देखाएक – लाजे ह’एक।
- मुँहे ताला लागेक – कन’ कहे नि कुलाए।
- मुँहे पानी आएक – ल’भ आएक/हिंछा बाढ़ेक/मन लकप’काएक।
- मुँहे लागाम नि रहेक – कन’ हल’उ क’इ भुलेक।
- मुड़ी हेजाएक – बुइद सिराएक।
- मुड़े मुतेक – अति करेक/माइन नि देएक काथा।
- मुड़े हाथ देएक – आसीस देएक/साहारा देएक/मदद करेक।
- मुड़ भिंजाएक – साहास बटरेक/साहास करेक।
- रसाए जाएक – मन लागेक/कन’ कामे मन लागेक/आनंद लागेक।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- रइखा करेक – बाँचाए लेएक।
- राए देएक – बिचार देएक।
- राउए चिन्हेक – पाछान करेक।
- राठु बनेक – बलगर बनेक।
- रांजाल काथा – संच बात।
- राइ ले पहाड़ बनेक – छटे ले बड़े बनेक।
- रसुन बाड़ी ब’हाएक – कन’ हानि नि ह’एक।
- र’का ग’बरे संहरइ – बेजाइन चाँड़े करेक।
- रंग करत के मथुरा उजड़ – मजाक करत के हानि ह’एक।
- रंग ज’माएक – धाक बाढ़ाएक।
- लफुआ बनेक – काथा ब’नाएक/कन’ हलउ काथा कहेक।
- लफुआगिरी करेक – मिछाइ भाभ/फुटानि देखाएक।
- लिख ले लाख बनेक – गरीब ले अमीर बनेक।
- लगन धरेक – निइअम धरे उचराएक।
- लगन ह’एक – निइअम बाँधेक।
- लगन लागेक – धेआन बाढ़ेक।
- लगदी बनेक – संग देउअइआ।
- लर गिरेक – काँदा काँदी करेक।
- लर हेंटेक – ख्ुाब कांदेक।
- लांगस करेक – कामे बाँचा ह’एक/बाहना करेक।
- लाड़ीर ह’एक – बरबाद ह’एक।
- लाइथ जुता खाएक – माइर खाएक।
- लाज राखेक – इजत बाँचाएक।
- लिपाप’ती करेक – आसल जिनिस के लुकाएक।
- लेका साजेक – बाहना बनाएक/जाइनबुइझ कहन भाभ करेक।
- ल’टा देएक – माइन देएक/इज’त देएक।
- ल’टा पानी करेक – खाउआ दाउआ करेक।
- ल’टन देएक – अड़ी जाएक।
- सरगे सींढ़ी बाँधेक – बाड़का सपन देखेक।
- साँप के दुध पिआएक – दुसमन के मदद करेक।
- साँड़ बनेक – बदमासी करेक।
- साखी राखेक – गउआह बनाएक।
- साहा ह’एक – खतम ह’ए जाएक/गरीब ह’एक।
- सात आखड़ा एक करेक – अनुभअ कर जास्ति।
- साबाड़ ह’एक – मसकिले पड़ेक।
- साँच के आँच का – संच कहेक टांए डर का।
- सुसी देएक – बाढ़ाउआ देएक/ ब’हकाएक।
- स’झ आँगुरे घिउ नि बाइराए – स’झा बनले काम नि बने।
Panchpargania Prakirna Sahit मेहेन मुहाबरा
- सेंप ढंकेक – पसताएक।
- सेंसाए सिराएक – कमज’र ह’एक।
- सेंसान्ती काल – आखरी समइ/मरेक समइ
- स’झा केइ ब’झा – सीधा सादा करे आफइत।
- सरगेक लाड़ु खाएक – कन’ काहुँ नि पाउआएक।
- सुगु बुगु नि चलेक – कन’ करे नि देएक।
- सुखल फुटानी – दिखाउआ करेक।
- हदरी जाएक – चिनताएँ डुबेक।
- हजम करेक – देल टा नि देएक।
- हस गुड़ुम ह’एक – चकित ह’एक/ गुड़ुम ह’ए जाएक।
- हस उड़ेक – गाते डर बाढे़क।
- हाथ ज’ड़ेक – नमअ करेक/माइन देएक।
- हाथ पासराएक – भीख मागेक।
- हाड़े हेरदी देएक – गाइर देएक/सारपाएक।
- हाथ धरा कहेक – बिस बिसास कहेक।
- हाथ छाड़ा ह’एक – पइसा नि रेहेक/धन खालि हएक।
- हाराहुत ह’एक – बेजाइन चाँड़े सिराएक।
- हाथ बाँटाएक – साहाइज’/सहजग करेक।
- हाही करले फसका गनेक – मन कर काथा जानेक।
- हिंचड़ी आनेक – लुइट आनेक।
- हिंग जाए, मिंतुक हिंगेक बास नि जाए – बड़े ल’ग कर भाभ आर सभाभ नि मेटेला।
- हेतड़ा ह’एक – निजेइ कन’ टांए लागेक।
- हेतड़ाए देएक – नि पारेक टाउ पारेक।
- हेला करेक – बेस लेखेर नि ज’तनाएक।
- हेजाल’ आएक – नि आअ’इआउ आएक/कन’ बेटे ले ह’लउ उ बिसेस जाएगा पंहचेक ।
- हुड़ल ह’ले पंहचेक – बेजाइन बेगे पंहचेक।
- हुरलुसी बनेक – चाँड़ेइ जाएक/पाराएक।
- हुँड़ भेंट ह’एक – सामना सामनि भेंटाएक/स’झ मुँहे भेंटाएक।
- हिंसार करेक – सरिआए के राखेक/ एकधार करेक।
- हुमचा ह’ले आउएक – बेजाइन चाँड़े आउएक।
- हुँड़सा ह’ले जाएक – बिना डरे चलेक।
- हेंठी करेक – जिध करेक।
- हुका पानी बंद करेक – सामाज बाहिर करेक।
- हाँबु करेक – सउब के समटेक।
- हाँबुआए आनेक – जबरजसती धइर आनेक।
- हुरलुसी ह’एक – आनखाइ रागे पाराएक।
Panchpargania Prakirna Sahit सारांश
इ रकम पंचपरगनिया भासा मेहेन प्रकीर्ण साहित केर भितरे मुहाबराक ढांगा रूप देखायला, इ आर्टिकल ता jpsc | jssc चाहे पंचपरगनिया भासाक पठन पाठन कोरोइयाक तहें बहुत फायदा कोरी ा