Panchpargania Kahtuk के ल’कउक्तिअ कहल जाएला । ल’कउक्ति चाहे कहतुक केर बेब’हार कथन बिसेस के बल देएक तेहें करल जाएला । जेटाएं समाज केर लांबा अनुभअ संचित रहेला ।
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Panchpargania Kahtuk केर जनम
Panchpargania Kahtuk केर जनम इतिहास केर भिनु-भिनु काल खंड मेंहेन हए आहे । एकर जनम मेंहेन जिबन केर कन’ गंभिर अनुभअ, जिबन केर सांचा घटना, चाहे कन’ पर’चलित काथा रहेला । ल’कउक्ति जनता जनारदन केर उक्ति हेके । कहतुक केर बेब’हार करले सुन’इआक उपरे गहरा परभाअ पड़ेला । इग्लाक बेब’हार मुइख रूपे सुन’इआ के कन’ काथा टा बेस लेखेर ठुराएक (बुझाएक) तेहें करल जाएला ।
Panchpargania Kahtuk केर अरथ’
Pancpargania Kahtuk कहतुक/ल’कउक्ति केर साब्दिक अरथ’ – उक्ति कथन हएला । इ रकम भाभे कहतुक सब्द’ केर अरथ’ – समाज मेंहेन कहाइआ कथन हएला । पंचपरगनिया भासा मेंहेन कहतुक के डाकपुरूसेक काथाउ कहल जाएला ।
इकर नाम ले फरिच हएला कि एसन कथन हामरेक समाज मेंहेन पुरखा सम इले जांइच परखि के द’एनिक बातचित मेंहेन कन’ कहल काथा केर महत के बाढ़ाएक आर उटाके परभाबि बनाएक तेहें मउखिक भासा मेंहेन बेब’हार करल जाएला ।
एआनि हामरे र’जे जे काथा गिला क’हिला उग्लाके ठिक लेखेर बुझाएक तेहें चाहे बेस लेखेर ठुराएक तेहें बेब’हार करल जाएला ।
Panchpargania Kahtuk केर परिभासा
‘‘कहःआवत एआनि ल’ग जेसन कहत आए आहंए । एक दसर के कहल/ठुराल कथन टाइ कहतुक चाहे कहावत हेके ।’’
विक्रमादित्य मिश्र
‘‘ कहतुक केर पेछुएं कन’ कहनि चाहे घटना हएला । उटा ले बाहराल बात, जखन बादे ल’गेक ज’बान मेंहेन चइल जाएला त’ अहे टाकेइ कहतुक कहल जाएला ।
डाॅ0 वासुदेव नंदन प्रसाद
‘‘ ल’कउक्ति चाहे कहतुक छटे-छटे बाइक हेके । जेगिला कन’ जाति केर गेआन आर अनुभअ केर गागर मेंहेन सागर हेके ।’’
पीटर शांति नवरंगी
‘‘ कहतुक जदि समाज केर संचित गेआन आर मुइल’मान केर परतिक हेके त’ मुहाबरा उकर पर’किरति केर परतिबिंब आर साछि हेके । इ दइअ केर उपज’गिता अपरंपार आहे ।’’
डाॅ0 बी0पी0 केशरी
‘‘ जनता केर आपन भासा मेंहेन कन’ सरब’माइन सं’त काथा के थड़ेक बाइक मेंहेन कहेक ल’क पर’चलित कथन केइ कहतुक कहल जाएला ।’’
डाॅ0 श्याम परमार बोरकार्ट
‘‘ कहतुक ल’क मेंहेन पर’चलित असन बाइक कथन चाहे लघु बारता रहेला, जेटा ल’क मानस केर अंतरमन ले बाहराल गेआन केर कन’ किरन मानल जाए पाराए ।’’
रवीन्द्र भ्रमर
Panchpargania Kahtuk केर बिसेसता
Panchpargania Kahtuk केर बिसेसता इ रकम आहे –
Panchpargania Kahtuk मेहेन लघुता पावाल जायला
छितराल भाअ के कम ले कम सब्दएं बेअक्त’ करेक कार’ने लघुता कहतुक केर एकटा नामकरा बिसेसता हेके । समास सइलिए हएक कार’ने इ गागर मेंहेन सागर भरेक काम करेला । फालतु सब्द’ के छाइड़कहन, सटिक, सारथक आर लइछ भेदक कम-ले-कम सब्दक बेब’हार करल जाएला । जेसन – पाँच परगना छेतर’ टा खेति किसानि छेतर’ हेके ।
हिंआक किसान अघन मासे धान काटंएला त’ सउब केर पासे भरल पुरल धान रहेला आर कामिआ कउ आसानि ले काम मिलेला । इ रकम उमनेक पासउ भरल पुरल धान रहेला । किंतु भादर मासे धान खेत मेंहेन लागाल रहेला आर किसान पासउ धान-धन केर कमि रहेक कार’ने इमनेक पारिबारिक इस्तिथ डांबाड’ल रहेला ।
इटाके इंगित करेक तेहें एकटा कहतुक इ रकम आहे – ‘‘ अघने कल गल मल भादरे कल डांबाडल ।’’ हिंआ ‘कल’ किसान चाहे मजदुर केर तेहें करल जाए आहे । एहे रकमे अइन’ निमुद इ रकम आहे –
- अघनेक टुटल मरद आर भादरेक टुटल बरद ।
- अघन आले चुटिआएं कहे सात टा बिहा करम
- अघन आले चुटिआएं करे सात टा बिहा ।
- अझा गुने ब’झा ।
Panchpargania Kahtuk मेहेन सारगरभिता पावाल जायला
कहतुक ज’तना सारगरभित हइ अतना परभाबि हएला । कहतुक केर छटे ह’ना सारगरभिता ह’ना नाइ हएला । कन’-कन’ जाएगा मेंहेन छटे-छटे द’हा आर चउपाइ मेंहनउ किछु डांडि़ गिला चलन मेंहेन रहते-रहते कहतुक केर रूप ले लेला । इटाक कारन इगलाक भितरे बसल अरथ’ आर सार गंभिरता टाइ रहेला ।
Panchpargania Kahtuk मेहेन जिअंत आर सजिबता पावाल जायला
कहतुक केर गुन हेके – इग्ला के सुनले जिंअत आर सजिब हेके रकम बुझाएला । इग्लाक कार’ने कहतुक मेंहेन एकटा भिनु रकम केर चटपटा सउआद आए जाएला । कहतुक ज’तना ल’क अनुभअ ले जुड़ल रहेला अतना बेसि जिअंत रकम बुझाएला ।
Panchpargania Kahtuk र’चक आर मजेदार रहेला
ल’कउक्ति/कहतुक केर सउबले बेसि बड़े गुन हेके, र’चक आर मजेदार हएक । ल’क मानस केर मांझे चलन/बेब’हार आर नामजादि हएक टाए एकर सरूप टाकेर चिन्हाप देला । ल’क जखन अके माने लागंएला तखने उ ल’क उक्ति चाहे ल’ककथन/कहतुक क’हाएला ।
मानब जिबन केर परतेक कर’ठेक परमान जेसन – अनुभअ, बेब’हार, उपदेस, घटना, इस्तिथि, काथा एमाइन गिलाक छाप कहतुक माइधमेइ हए पारेला । मानब जिबन केर भिनु-भिनु नामकरा इआइद आउअ’इआ समइ, जिबन जातरा केर अनुभअ चाहे सिख ले पाउअल गेआन इगलांए ढुकल रहेला आर इग्ला बहुत र’चक आर म’जा लागेक रकम बइन जाएला ।
Panchpargania Kahtuk मेहेन चमतकार रहेला
कहतुक केर बेब’हार करले भासा मेंहेन चमतकार आएला आर सुन’इआक उपरे इकर परभाअ आसानि ले हएला ।
Panchpargania Kahtuk मेहेन गेआन केर भांड़ार आहे
कहतुक मानब जिबन केर लांबा अनुभअ ले सिखल काथा रहेला । इ रकम इगलाएँ गेआन केर बात ढुकल रहेला ।
उपरेक बिसेसताक आलाउआ कहतुक मेंहेन अइन’ बिसेसताउ रहेला जेसन – इटाएं भासा संसकिरति केर चिन्हाप मिलेला, निति गेआन केर संुदर निमुद कम सब्द’हिं देखल जाएला, तुकबंदि, अनुपारास अलंकार केर बेसि बेब’हार, सांचा घटना ले आधरित, आनंदकरा, सरलता, मधुरता, भासिक सुंदरता एमाइन ।
एकर एकटा बड़े बिसेसता हेके कि एके एकेधं एआनि एक सअर मेंहेन कहल जाएला । काहेकि इग्ला छटे एक आद बाइक केर रहेला । अहे तेहें एकेध्ं कहल जाएला ।
Panchpargania Kahtuk केर महत
कहतुक मानुस केर ढेइर पुरना समइ केर अनुभअ ले आधारित हएला । अहे तेहें कहतुक के गलत कहेइ नि पारि । कहतुक केर बनेक टा जिबन अनुभअ ले, पर’किरति ले, खेति किसानि ले, पाहाड़-परबत ले, सुख-दुख ले, आचार-बिचार ले, जिबन मिरतु ले, धरम ले, जिबन चेतना ले, मानसिक चिंतन ले, सामाजिक नइतिक बेब’हार एमाइन ले हएला ।
इ भाभे कन’ समाज चाहे देस के जानना आहे त’ इ संबंध मेंहेन कहतुक बहुत नामकरा महत राखेला । इ रकम भाभे कहे पारि कि कहतुक केर आधारे मानुस केर जिबन टा ठाड़ रहेला ।
जापानी भासा मेंहेन कहतुक केर महत के इ रकम भाभे कहल जाए आहे –
‘‘कहतुक के भगमान केर आउआज मानल जाए आहे ।’’
जापानी भासा
कहतुक मेंहेन कन’ जाति चाहे समाज केर धारमिक बिसास, जिबन दरसन, आर मन’बिग्आन ले चिन्हाप हएक तेहें मन भरेक रकम सामिगिरि रहेला । आसतिकता, भगमान केर सरनता, भगमान केर सरब’सक्तिमानता आर धरम संबंधि धारमिक माइनता आर जिबन केर मुइल’ संबंधि बिचार बेअ’क्त’ करल रहेला ।
कहतुक गेआन केर भांड़ार हेके । इटा आम जनमानुस केर ज्ञान भांड़ार के सामने आनेला । कहतुक केर दाराए कन’ देस केर जनता केर जिबन दरसन बिचार-आचार, ज्ञान, संसकिरति केर चिन्हाप आसानि ले देखे पाल जाए पाराए ।
कहतुक केर महत के फरिच कइर कहन कहल जाए पाराए कि कहतुक चाहे ल’कक्ति आपन चमक टाके चाइर’ बाटे फइलाएला । इटाले मानुस केर बेब’हारिक जिबन मेंहेन जा किछु दुख बिप’इत आहे सेटाके ठिक करेक तेहें मदद मिलेला ।
इटाक माइन दुनिआ केर सउब भासा भासि कइर आहंए । एकर बेब’हार ले भासा संुदर, परभाअसालि आर चमतकारिक हएला ।
Panchpargania Kahtuk केर बाँटा (बरगीकरन)
पंचपरगनिया भासा मेंहेन पाउआइआ कहतुक के सामाइन’ रूपे हेंठे देल बरगे बाँटल जाए पाराए –
- खेति संबंधि कहतुक
- जाति संबंधि कहतुक
- मउसम संबंधि कहतुक
- नछ’तर’ संबंधि कहतुक
- जानउअर संबंधि कहतुक
- च’रइ-चुनगुनि संबंधि कहतुक
- दिन-महिना संबंधि कहतुक
- परब-तिहार संबंधि कहतुक
- नाता-ग’ता ले संबंधि कहतुक
- तिरि-पुरूस लछन संबंधि कहतुक
- निति-निअम संबंधि कहतुक
- सगुन-अपसगुन संबंधि कहतुक
- सामाजिक ताना-बाना ले संबंधि कहतुक
- इरखा मारा-मारि संबंधि कहतुक
- अइन’ कहतुक
खेति संबंधि कहतुक
इटाक भितरे पंचपरगनिया भासा मेंहेन पाउआइआ खेति किसानि ले जुड़ल कहतुक गिला के राखल जाएला । एआनि एकर बिस’ए बस्तु खेति काम ले जुड़ल आहे । जेसन –
- आइड़े चिन्हाए चासा आर पाइड़े चिन्हाए तांती ।
- स’म, मंगरे चास, बुधे घर बास ।
- मकरे बान टिकरे धान ।
- उतम खेति मइधम बान, निच चाकरि भिख निदान ।
जाति संबंधि कहतुक
इटाक भितरे कन’ जाति बिसेस केर आपन जातिगत गुन, पेसा, सभाब एमाइन गिला के देखाल जाएला । जेसन –
- स’नारेक स’ च’ट आर ल’हारेक एक/एके च’ट ।
- जाइत मइधे नउआ आर पांखि मइधे कउआ ।
- ग’आर सुते पआरे हुल्कि देखे सिआरे ।
- ठग मारे आनाडि़, बानिआ मारे डाँडि़ ।
- बेंजाइन काठे महुआ सिझे, बेजाइन काथाएँ क’ल कुड़मि बुझे ।
मउसम संबंधि कहतुक
पंचपरगनिया भासा मेंहेन मउसम बिगान संबंधि ढेइर एसन कहतुक पाउआल जाएला जेगिला एखनुक मउसम बिगान कउ हाराएक खेम’ता राखेला । एखनुक मउसम बिगान बेसि ले बेसि एक हापता तक केर मउसम संबंधि जानकारि दे पारेला किंतु पंचपरगनिया कहतुक मेंहेन छ’ मास लेक’ बेसि दिन तक केर मउसम संबंधि जानकारि दे पारेला । जेसन –
- मकरे बान टिकरे धान, च’इते बान भादरे टान ।
- आमे बान तेंतेइरे टान ।
- पासे मांड़ेइर धुरे पानि, धुरे मांड़ेइर पासे पानि ।
- ज’दि बइरसे माघेर सेंसे, धइन’ राजा पुइन’ देस ।
- जाहाँ बादेइर लाल घेरि, ताहाँ जानु पाथर गिरि ।
नछ’तर’ संबंधि कहतुक
इटाएँ नछ’तर’, गरह’ एआनि आकास ले जुड़ल कहतुक गिला के राखल जाएला । जेसन –
- निजे ना मरेल सरग देखा नि हए ।
- मेघ ख’जत के पानि ।
- पुरनिमाक चाँद का आँचराएँ ढाँपाइ ।
- जाहाँ बादेइर लाल घेरि, ताहाँ जानु पाथर गिरि ।
- पासे मांड़ेइर धुरे पानि, धुरे मांड़ेइर पासे पानि ।
जानउअर संबंधि कहतुक
जानउअर हामरेक जिबन केर अभिन अंग हेकेन आर हामरेक सामाज केर संबंध भिनु-भिनु भाभे जानउअर संगे जुड़ल रहेला । जेसन –
- बनेक खेड़हा आर गांउएक गेड़ा ।
- सिआरेक गु परबते ।
- दुधारू गाइएक लाइथ’ स’हाए ।
- सिंग छ’टे अँइठल कान, उतम बर’दा ताकेइ जान ।
- खेरहा नासाए गुहे, मानुस नासाए मुँहे ।
- मरल’ हांथि सउआ लाख ।
- बेचल गरूक दांत नि ग’ने हए ।
- जेकर बाँदर सेइ नाचाए, आन नाचाले घाउ खाए ।
च’रइ-चुनगुनि छुटु-छुटु जिब ले संबंधि कहतुक
इटाएँ चरइ-चुनगुनि, छुटु-छुटु जिब एमाइन ले जुड़ल सभे रकमेक कहतुक के राखल जाएला । जेसन –
- आघाल बकलि पंठि तिता ।
- आकासे बेइल पाकले कउआक बापेक का जाए ।
- खुखडि़ काँहु धन न’ गुंदलि काँहु अन ।
- भुंसडि़क तेहे’उ भुंगरा ।
- बुढ़ा कउआ काँहु प’स मानि ।
दिन-महिना संबंधि कहतुक
पाँच परगना मेंहेन दिन-महिना केर बिसेस महत आहे काहेकि इग्ला हर नज’इरे पाँच परगनाक ल’ग संग ले जुड़ल आहे । इ कारन ले दिन-मास ले जुड़ल कहतुक ढेइर रकम केर आहे । जेसन –
- स’म मंगले चास बुधे घर बास ।
- भादर मासे आनगा काद’ ।
- अघन आले चुटिआएँ कहे सात टा बिहा करम ।
- अघनेक टुटल मरद आर भादरेक टुटल बरद ।
- स’इन, स’म पुरूबे जाए, बिना द’से धाका खाए ।
परब-तिहार संबंधि कहतुक
परब तिहार हामरेक जिबन माहान हाँसि-खुसि, उमंग केर समइ बिताइआ रहेला । इटा ले संबंधित पंचपरगनिया भासाएँ ढेइर कहतुक देखल जाएला । जेसन –
- मएँ नि जानं, जाने जितबाहान बाबा ।
- दसइंए दस भार आर संहरइए सलह भार ।
नाता-ग’ता ले संबंधि कहतुक
कहतुक केर संबंध कन’ न कन’ रूपे मानब संग रहबे करेला संगे-संगे जिब-जंतु संगउ एकर नाता-ग’ता हएक भाअ पंचपरगनिया भासा केर भिनु-भिनु कहतुक मेंहेन देखल जाएला । जेसन –
- भाइ-भाइ मेंहेन ठाइ-ठाइ ।
- पुतर’ बाढ़े पितार करमे ।
- बापेक दसमनेक काँथा आर बेटाक फुल झडि़आ छाता ।
- बाप दादाक कर दाढि़ए निहिं बकरा संग मितान ।
- भाइ जेसन हित नाहिं आर भाइ जेसन मुदइ नाहिं ।
तिरि-पुरूस लछन संबंधि कहतुक
जेसन-
- माएँ देखे प’टा आर जनि देखे म’टा ।
- अघने मरद आर भादरे बरद ।
- बाप ले बेटा चउगुन ।
- बहु करबे जाइन के पानि पिबे छाँइद के ।
- बड़ भउजि माँएक समान ।
निति-निअम संबंधि कहतुक
- जे जेसन करे ते तेसन पाए ।
- माछ खाएक देउआ किंत ड’भा ना देखाए देउआ ।
- द’ना देउआ किंतु क’ना ना देउआ ।
- जेसन खाटबे तेसन चाटबे ।
सगुन-अपसगुन संबंधि कहतुक
- सइन, स’म पुरूब जाए, बिना द’से धाका खाए ।
- कुकुरेक कान फेटफेटि, बिलाएक झाँउ, मानुसेक पँद बाजले आर जातरा नाइ ।
सामाजिक ताना-बाना ले संबंधि कहतुक
- हाँडि़ किन ठँइक के, कनेआ कर देइख के ।
- पाँच’ आंगुर कबउ ब’राब’इर नि हए ।
- परेक भरसे ढिंढ़रा भातार ।
- धन बाढे़ निजेक करमे ।
इरखा मारा-मारि संबंधि कहतुक
- आपन गांउए कुकुर’ राजा ।
- आदाक बेपार आर जाहाज केर संधान ।
- बापेक नाम साग-पात बेटाक नाम मिठाइ दास ।
अइन’ कहतुक
अइन’ कहतुक केर भितरे बाकि बाँचल कहतुक गिलाके राखल जाए पाराए ।
कहतुक मानुस केर सइत’ घटना ले सिखल रहेला आर इगला समाज मेंहेन छितराल आहे । हिंआ केर ल’गेक आगा मुँहेइ कन’ काथा के साबुज करेक चाहे ठेब/बल देएक तेहें बाहराएला । कहतुक के जेतना खजेक अतना नाउआ-नाउआ मिलले जाएला ।
अहे तेहें एके कन’ निस्चित भाग मेंहेन बाँटना दाए हेके । उपरेक कहतुक गिला के सामाइन’ रूपे बाँटेक क’सिस करल जाए आहे लेकिन एतने टा भाग आहे कहना उचित नि ह’इ ।
Panchpargania Kahtuk आर मुहाबरा मेंहेन अंतर
मुहाबरा आर कहतुक मेंहेन ना किबल सब्देक अंतर आहे, बल्कि अरथ’गत, भाअगत आर सइलिगत एमाइन मेंहनउ अंतर देखे पाउआएला ।
- मुहाबरा पुरन’ रूपे एकलाइ नाइ रहेला । इ रकम एकलाइ मुहाबराक बेब’हार ले मंतइब टा ठिक लेखेर नि बुझाएला । जबकि कहतुक एकलाइ एकटा बाइक हएला । एसन भाभे बाइक केर मंतइब के ठिक लेखेर बुझाएक मेंहेन साम’इरथ’ रहेला ।
- मुहाबरा मेंहेन लाछनिक चाहे बेएंगार्थक अरथ’ लेल जाएला । किंतु कहतुक मेंहेन सामाजेक दाराए लांबा समइएक अनुभअ केर आधारे सिखल संाचा अनुभअ अभिबेअक्त रहेला ।
- मुहाबरा केर बेब’हार बाइक केर भितरे बाइक केर एकटा अंस रूपे हएला । किंतु कहतुक निजेइ एकटा आलेदा बाइक हेके । एकर बेब’हार आलेदा रूपे भासा मेंहेन करल जाएला । चाहे करे पाराएला । कहतुक केर बेब’हार म’टा-म’टि कन’ कहल काथाक बादे उके ठेब/बल देएक तेहें परमान रूपे करल जाएला । निमुद (जेसन) – जेसन भाभे काम करबा असने फल मिलेला । खेदनाक बेटा के देखा कतना खाटलक आइज डी.एस.पी. साहेब बनलक हुआंइ मदना मास्टर केर बेटा दारू पि कहन मकमकाए भुललक आइज अन नि जुट’तेहे । ठिके कहल जाए आहे ‘‘जेसन करनि असन भरनि ’’
- मुहाबरा टाके जदि बाइक ले बाहराए देल जाए त’ उ बाइक टाकेर संुदरता टा नस्ट’ हए जाएला । किंतु कहतुक के एकलाइअ’ बेब’हार करल जाए पाराए ।
- मुहाबरा बाइक मेंहेन पुरन’ रूपे मिलल रहेला । किंतु कहतुक केर अलगे ठेकान रहेला ।
- कहतुक सुतर’ रूपे रहतकउ पुरन’ हएला । किंतु मुहाबरा मेंहेन एसन बात नेखे ।
- जे अंतर एकटा बाइक आर बाइक खंेड़ा मेंहेन रहेला, अहे अंतर टाइ कहतुक आर मुहाबरा मेंहेन हएला ।
- मुहाबरा केर अरथ’ बाइक मेंहेन बेब’हार करले जुइत लेखेर बुझाएला, किंतु कहतुक संगे एसन बात नेखे ।
- मुहाबरा भासा मेंहेन चमतकार करेक तेहें बेब’हार करल जाएला, किंतु कहतुक केर बेब’हार भासा केर इसथिर करेक तेहें करल जाएला ।
- मुहाबरा के अंगरेजी मेंहेन IDIOM कहल जाएला हुंआइ कहतुक के PROVERB कहल जाएला ।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- अठ चाटले काहँु पिआस मरे – खंखताले साध नि मेटेला।
- आघाल बकलीक पंठी तीता – पेट भरले कन’ टा सआद नि लागेला।
- आइग काहुँ अदा न राजा काहँु दादा – आइग आर कानुन केकर’ अधिने नि रहेला।
- अभापे सभाप नसट’ – धनेक कमि रहलेइ सभाभ बगड़ेला।
- आकालेक बर चाँड़े बेटी बिदाइ कर – सुभ कामे देरी नि करेक चाही।
- अति ल’भे ताँती डुबे – ल’भ करा टा बेजाइन खाराप।
- आंगा गुने टांगा लोहा गुने भांगा – जेसन जिनिस तेसन काम।
- आड़हाक काम बाड़हा – पर भ’रसा करलेइ काम बाड़हेला।
- आगुक चास जगे पेछुक चास भगे – समइएक भितरे काम करल ट सउब ले बेस।
- आमे बान तेंतेइरे टान – आम फरले ब’इरसा ह’ए तेंतेइर फरले टान ह’इ।
- आदाक बेपारे जाहाजेक खबर – कम कामाइ आर बड़े सपना।
- अ’ल सीझे ना क’ल बुझे – कन’ करले नि बुझेक काथा।
- उपर बाटे थुंकले आपन गातेइ गिरेला – घ’रेक काथा बाहिर करले मान सम्मान गुचेला।
- उपरे टिका पका भीतरे डुमेइर पका – उपरी तामझाम/बाहरी फुटानी।
- उँच कापाड़ी चिरून दाँती बेंगठी गढ़ी भातार नासी – असुभ संकेत।
- एक पुत चुलहाएँ मुत – साधेक बेटाक ब’दमासी।
- एक हाथे ढ’ल नि बाजेला – पेरेम भाअ मिल’नेइ जागेला।
- एका आर बका – बुइधगर’ बुइध हेजाएक काथा।
- एँडरी बने बिलाइ राजा – मुरूखेक गठे सेआने चतुर।
- एके माघे जाड़ नि सिराएला – समइ कर मका आर’ घुरेला।
- एकटा लुआठी कतिक खन ज’रे – एका कर उमइर कम। एकलाइ काम नि ह’ए।
- एक नारी बहुआचारी, दुइ नारी दिकदारी, तीन नारी जान मारी – बेजाइन बहुएं घर नासाएला।
- काना गरू बाभन दान बाभन कहे चाँड़े आन – दानेक जिनिस सभे टाइ बेस/ल’भी बाभन।
- कन बिहाएँ दुइ गड़े आरता – कमेइ सांगी रीझ।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- कतर’ हले पारासेक तीने टा पात – कन’ कबउ बदलन निहीं।
- के जाने बिहा घ’रे माड़ – आसा कर उलट काथा।
- कसट’ करलेइ मिसट’ पाउआए – खाटालिक फल सआद ह’ए।
- कानाएँ आपने जाना – द’सीदार कर आपने चिन्हाप ह’ए।
- कढ़हि सुते पिंध अइढ़ सेआन सुते भरसी भइर – तेंदअड़ेक तेंदड़/चालाक कर चतुराइ।
- कुकुरेक पेटे घिउ नि पचेला – काथा नि जिराए पारेक काथा।
- कुड़मीक धन दिंआएँ नितर मिआएँ – बुइधेक कमी।
- केंअट हलेइ झर नि ह’ए – गुन हुनेइर कर पारीक।
- कामे कम खातके दम – खुभे हुंसीआर।
- कुकुर जेसन ठाकुर – ढनढनीक सभाभ।
- खंसा खंपा तबे रोपा – चेतनाक काथा/बुझान काथा।
- खुखडि़क गड़े तेल न कइलाक संगे मेल – बेमेलेक काथा।
- खुँटाक बले पेंइड़का उफड़े – पर भरसाएँ कुदन फाँदन।
- खुखडि़ नि डाकलउ बिहान ह’ए – केकर’ बिना केकर’ काम नि अटकेला।
- खाँखड़ाक पीठ पड़े खाँखड़ाइ जाने -दुखिआरिए दुखेक मरम जाने।
- खाटबे त’ चाटबे – खाटलेइ खाटाली पाउआला।
- खाँखड़ा ऊड़ुएँ सामालक साँप, साँप कहे मएँ खाँखड़ाक बाप – दसर केर जाएगाएं धाक जमाना।
- खात रहँ ताँत बुनी, काल हलक एंडि़आ किनी – बुताक बाहिर काम करले नुकसान ह’ए।
- खाँखड़ाक एक टा गड़ भांगले आर कन टा ह’इ – रीचिक टाएँ सबल कर नि बगडे़ला।
- गरजल मेघ बरसेला निहीं – मुँहे गरज’इआक हाथेक काम नि ह’ए।
- गंगा कर जातरा आर मसि संगउ बातरा – द’हरा लाभ ह’एक काथा।
- गएँठा पड़े ग’बर हँासे – जाइतेक दुखे जाइतगरिआए हंासे।
- ज’तीक चास, भाभना बार’ मास – सउब खने अभाप।
- गरिबेक राग पेटेइ पचेला – निरबलिआक खीसेक दासा।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- गेआनी आर पानी केकउ नि चिन्हेला – आपन स’झे स’झाएक ध’चर।
- गाँउएक कनेआ सिंघन नाकी – ठांउएक रूप गुनेक ठांउ नि पाउआएला।
- गाइएक घिउ गाइएक सिंघेइ लागेला – निजेक जिनिस निजेइ काम आएक।
- गाते गाते गला, बहते बहते नाला – रत’हिं काम फरिआएला/लागल रहले काम बनबे करेला।
- गाछे कंठर अठे तेल – कामेक आघुहिं चिंहुक जागेक/कन’ काम केर पहिल लेइ तेआरि।
- गेंइठे आहे जेकर स’ना, ताकर आहे फिकिर का – रह’इआक भाभना का/पइसा आउला ल’गेक कन’ चिंता निहिं।
- घड़नाहीं सिरालक ह’ल आबाद – जगाइआइ टाइ उजड़ाइआ/जेटा ले कामाइ उटाहिं खरच।
- घाइते चास बेघाइते नास – जाइन बुइझ कहन काम करे ह’ए ना ह’ले नास ह’ए।
- घरेक ढेंकी बनेक बाघ – घरेक टेनथा टेनथि।
- घरे भुँजल भांग निहीं बाबु ख’जे दुध भात – सुखल फुटानी करेक काथा।
- घ’रे बर माघे कर – समइए काम पाइठ करेक काथा।
- घुसल चोट नेहाए पड़े – ह’एक काम टा नि ह’ले निजे करे खति।
- च’रेक धन न मांदेइरेक पइला – च’री कर धन जेसन आए तेसने जाब’ करेला।
- चरे गेली चंथाए आली -नाफाक बदल नुकसान। काम बनेक बदल बगड़ेक काथा।
- च’रनी गाइ च’राए खाए, साबुज गाइ बाँधाए जाए – द’सीदारेक दस निहीं बेद’सी कर द’स।
- चली ना चले देइ – कामे बाधा देउआ।
- चासाएँ ख’जे डिमनी, घासीइं ख’जे कुमनी – धाँधाक अनुजाएँ जिनिसेक ज’गाड़।
- चुइल गरिआएँ बाँधे जानेन, तेल गरिआएँ राँधे – ज’गाड़ रहलेइ समफला काम ह’ए।
- चासा चिन्हाए आइड़े, पांड़ चिन्हाए पाइड़े – कामेक दारूने मानुस चिन्हाएन।
- च’र काहुँ सुने धरमेक कहनी – लमपटिआ धरमेक काथा नि सुनेन/ बदमास ल’ग बुझान काथा नि बुझेनना।
- चेंकाक डरे पाराइ न तेंतेइर तरे बासा – जेकर डरे पाराए अकरे संगे भेंट।
- चेइतेक गरम बइसाखेक झालन – समइएक हिंसाबे गुन।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- जाना पहिल आसाढ़े गाढ़ा भरन – भइरपुर पानी ह’एक लंसिद हेके।
- छ’ड़ले बाछा कुटुम गिरी, ह’ले जाना बंधु ब’इरी – माघ मास ना करले नाता टुटेला।
- छटे देखी आड़हाइ न बड़े देखी ढ़ाड़ाइ – इजत नि करेक काथा/माइन नि देएक काथा।
- छिटकाल पानी न बाझाल काथा – दरसुना काथाएँ जलन/बाझाल काथाएँ राग बाढ़ेला
- छुछा क,े के पुछा – निरध’निआक माइन नाइ।
- जतिक मुँह ततिक काथा – काम बगड़ा काथा/आझान-बाझान करले काथा बगड़ेला।
- ज’तले बेड़ा नितर गड़ा – ज’ता क’ड़ा करलेइ बेड़ा ग’ड़ा खेत बनेला।
- जंदे जंदे पानीक सत, तंदे तंदे कुड़मिक ज’त – पानी धारेइ कुड़मिक बस’बास रहेला।
- जेकर गहना ताकेइ साजे, अइन’ ल’गेक ठारका बाजे – निजेक गाते परेक जिनिस नि सभेला/ द’सर कर जिनिस द’सर ल’ग कामे नि आने पारेला।
- जाँचले जाँउआइ पिठा नि खाए, साँइझ ह’ले ढ़ेंकी चाटे जाए – आघु ना संचले पेछु पसताए ह’ए।
- जाइत गेल परे बुइध बाहराएला – घटना घटल बादे ह’स आएला।
- जेइ बाढ़े सेइ बुढ़ाए – समइ ह’ल परे बदलाउ आएला।
- जाँहाइ ह’ए ग’बर हुँआइ ह’ए दबड़ – ग’बर/साहार बिना अन कर अभाप।
- जिउ ना जाए छटपटिक साध – आकुते काम नि फ’रिआएला।
- जे पातेेइरे खाए से पातेरेइ हागे – हानि पहुँचाइआक ध’चर।
- जाँहा सुइ नि आँटाए ताहाँ फार – जबरन करेक चेसटा।
- जेकर मुँह तेकर बाड़ी – खेम’ताक अनुजाइ दखल।
- जतिक खाए ततिक लालाए – जुमड़ीक इच्छा नि मेटेला।
- झाँटिक फेरकी कामारेक कुलुप बाँचलक निहीं से जुग – इमानदारिक चलन घटेक काथा।
- टाकाएँ नेखे रीचिक’ रस तबे टाकाइ करे दुनिआ के बस – गुनहीन बेब’स्थाएँ गुनीमान बनेक।
- टेंटकाक द’उड़ झांटी तरे – खेम’ताक अनुजाएँ काम करेक।
- डहर चलीं संग लागाए के काम करीं अंग लागाए के – कन’ काम संगे-संगे करले बेस आर काम मेंहेन मन लागए के करले बेस हेके।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- ढेइर कमनीक भात निहीं ढेइर सुंदरीक जाइत निहीं – सांगी कन’ टाइ बेस निहीं।
- ढेइर बुढ़ा हाँडी ढ़ुढ़ा – लालच बाढ़ेइक काथा।
- ढाकेक पाँइते बाँसी – बड़े पासे छ’टेक गुन ढाँपाए जाएला।
- ढेलकाएँ ढेलका फुटेइक – आपुसेइ दुसमनी बाढ़ेक काथा।
- ढेंचुआक तेहेंउ खँाचा – छुटुक तेहें बड़े जिनिसेक का दरकार।
- तएँ डाइर-डाइर मएँ पात-पात – केउ केकर’ ले कम निहीं।
- तिले तिले तालाब भरेला – कन’ टा जहड़ालेइ जहड़ेला।
- तेलेक मुड़ेइ तेल – बड़े ल’ग केइ बड़े करेक काथा/दहरा लाभ।
- दाताएँ दान करे भांड़ारिक पेट फुले – दाताक ना बेथाए बाँटइआक बेथा।
- दादाक भरसाएँ कातारी – पर भ’रसाक काम।
- दाढ़ी बाढ़लउ मचेक हेंठेइ रहेला – जाँहा रहेक ताहाँइ सभेला/बड़े ल’ग बनेक फुटानि।
- दिन जाउक जे रिन ना ह’उक – कम जिनिसे दिन चालाएक काथा।
- दुसमन के उँच’ पींढ़ा – सर’ने आउआ के आउआभगत करेक।
- दुखेक उपरे पाचन – जाला कर उपरे आर’ जाला।
- देखले च’र नितर गागाए मर – ध’रा पारलेइ च’र।
- धन जउबन आढ़ाइ दिन, नज’इर धइर मानुस चिनह् – समइ बदलते रहेला/फुटानि नि करेक काथा।
- धिक रे जिना बाँइच के करम का – बदनामी कर डर/इजत जाएक काथा/दिक्-दिकेक काथा।
- धाँउलेइ धन नि ह’ए आर हिंसकाए पुत नि ह’एनला – करमक अनुजाएँ फल पाउआएला।
- नउतन धाने पुरना भूसी जा करबे मन खुसी – मनमानी करेक काथा।
- न’खेक काम कदाइरे – दरकार कर अनुजाइ जिनिस नि रहेक काथा।
- नाम गह गह पेचा राजा – बका मानुस/नामेक बिपरित चिन्हाप।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- नाना मुनी नाना मत – मत मतानतर केर काथा।
- नाचे नि जाने आर मादेइरेक द’स – द’स ढ़ाँपेक काथा/बाहाना करेक काथा।
- निजेक दही चेंका नि ह’ए – निजेक जिनिस बेकार रहलउ बेसी बेस ह’एला।
- नि खाउकि उपासी, भातार देखी दतुन काठी – खाउरी कर ढंग/देखाउटि करे केर काथा।
- निर धनिआ धन देखे दिनेइ देखे तारा – कम समइ केर फुटानी।
- नाइ मामा के काना मामा – नि रहेक खने कन’ टाएँ काम चालाएक काथा।
- निजे ना मरले सरग देखे नि पाउआए – निजेक काम निजे करले बेस हेके।
- नदी धारेक चास मिछाइ क’रा आस – भभ’सतिक आसा क’रा बेकार।
- नेगाएँ इजर द’हिनाएँ काजर – छल परपंच क’रा ल’ग।
- ना रहि बाँस ना बाजि बाँसी – मुल जिनिस टाकेइ खतम करेक काथा।
- परेक देखी करे हाए जेह’ रहे सेह’ जाए – ल’भ ना क’राटा उचित/ल’गेक धने हिंसका नि करेक चाहि।
- परेक बाड़ींइ सिआड़ चाबा चाबी – नासमझीक लड़ाइ/मिछाइ लड़ाइ लागेक काथा।
- परेक पुतउ पुत न परेक धने धन – आन/द’सरा ल’गेक जिनिस कखन’ आपन नि ह’ए।
- पहिल खंपा तबे र’पा – सिखान काथा/उमेइर ह’ल परेइ र’पा-ड’भा करेक काथा।
- मांगा ले भांगा बेस – कम जिनिसे काम पार करल टा बेस हेके।
- पारं’ चाहे ना पारं’, मुँहे काहे हारं’ – मुँहेक चाटिंइ काम लेएक काथा/काथाएं कम नि रहेक काथा।
- पाकलेइ ताल सेटा क’न काल – आसाक आसे र’हा बेकार काथा ।
- पानी आर ज’नी केकउ के ना चिन्हे – अधिनेक बाहेइर र’ह’इआ।
- पुतली काले एतिक तअ लांहगा काले कतिक – काथा नि माना गरबिआ/फुटानि क’रा ल’ग।
- फ’ड़ा फूटलेइ दुख बिसरेनला – दुख सिराल परे दुख बिसरेक काथा।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- बड़े बड़े ऊँट बहाए गेलेल गादहाएँ कहे कतिक पानी – निरजांगडि़आक फुटानी।
- बन उजड़ाए टांगा घर/गाँव उजड़ाए बुढ़ा – समइ ह’ल परे मति हेराएक काथा।
- बसल ले बेगारी बेस – कन’ ह’लउ काम करेक चाही।
- बापेक किनल जमीन न भाइएक किनल ज’नी – समान अधिकार ह’एक काथा।
- बाँस बने डम काना – ज’तना पाएक अतना बाछेक।
- बाँस मरे फुइल के मानुस मरे भुइल के – जाइन बुइझ कहन मर’नेक डाक।
- बारहाक हिंसकाएँ भालु धान खाए – ल’गेक हिंसकाए बिपदत टाइन आनेक काथा।
- बापेक नाम साग पात बेटाक नाम मिठाइदास – बाप ले बेटा उपरी।
- बाघ सिराले सिआरेक राज – मिछाइ फुटानी करेक काथा।
- बिहाएँ निहीं छामड़ाएँ – दसतुर कर उलटा।
- बिलाइएक मरन चुटिआक नाच – दुसमन कर मर’ने बहुत खुसी।
- भात रहले कउआक आकाल – टाका पएसा रहले कन’ कर अभाप निहीं।
- भाँटा खाँचिंइ स’इरसा आँटबे करेला – कम जाएगाएँ बेसि जिनिस आँटाए कर बुइद।
- माए गुने धिआ बाप गुने पुता – माए बापेक चल’ने छुआ पुताक सिख/लछन।
- मुचीक सारापे काहुँ डाँगर मरि – बेफिजुलेक साराप।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- मने ख’जे धन, देअइआ कने कन – धन आसे-पासे भरल आहे बस खाइट कहन लेएक दरकार आहे।
- माइर ले धाकाइ बेसी – माइर ले बेसि तीता काथाहीं च’ट लागेला।
- मकरे बान टिकरे धान – जातरा दिने पानी करले कखन’ टान नि ह’एला।
- मरल’ हांथी साउआ लाख – हानि हल’उ बड़े जिनिसे लाभ ह’एला।
- मानुस नासाए मुँहे खेड़हा नासाए गुहे – अपसबद’हीं मान घटेला।
- मुहे गुड़ पेटे खुर – उपर मने सआद काथा भीतर मने कपट।
- माँए भाल’ न खाए भाल’ – लखी रहलेइ खाए जानाएला।
- रहीस बकली आसे, मएँ आउअम कारतिक मासे – मिछा मिछिक आसा देउआ काथा।
- रांजाल ठेंगा भांजाल हांथ, जाइ त’ जाइ काहाँ जाइ – अचुक सिप’इत।
- राइज गेले राइज पाउआए, पाँइत गेले पाँइत नि पाउआइ – इजत गेले मुँह देखाएक रकम नि र’हाएला।
- राँड़ी कर सिंगारे, रहबे हुँसीआरे – चाइल चल’नेक गड़बड़ी/बेटिछुआक चरितर’क काथा।
- रिन ले कहन काने स’ना – बिना बुइझ-सुइझ कहन काम क’रा।
- रांगास रूंगुस जर तीन साँइझ उपास कर – बरत उपास सउभ ले बेस।
- ल’हाइ ल’हा के काटेला – आपन ल’गेइ ध’खा देनना।
- लाजाल जाउआँइए लुलहा चाटे – बेसी लाजालउ ध’खा खाए ह’एला।
- लुटी आना कुटी खाना – बेजाईंए गरीब।
- संत रहलेइ सह पाउआएला – बिसास ह’लेइ सउब पाउआएला।
- सलगल आइगे घिउएक ढार – बाझाने बाझान काथा।
- साँड़ेक ग’बर लिपाए न’ प’ताए – कन’ कामेक निहीं।
- साँप’ मरूक आर ठेंगाउ ना टुटुक – हानि ना ह’ए कहन काम बनेक।
Kichhu Panchpargania Kahtuk
- साअनेक गाछी न अगहनेक बाछी – आसा रूपे लाभ/समइ अनुजाइ काम करले बेस लाभ ह’एला।
- सुमेक धन सएताने खाए, बाँचल धन अदालते जाए – खाए ना जानले धन हेन्आ बेनआ ह’एला।
- स’नार कर स’ च’ट कामार कर एके च’ट – जांगडि़आक पाँइते नि जांगडि़आक कन’ नि चलेला।
- स’म मंगरे चास बुधे घार बास – सउब ले आसल दिन/सुभ दिनेक काथा।
- स’ना रहले काहुँ कानेक आकाल – चिज बस्तु रहेल कामे आबे करेला।
- स’नाक साँखा बाँका त’ बाँका – दामी जिनिस कर माइन बाँक’ ढेंक’ रहलउ बेसि रहेला।
- हांथेक आलिसे मच बाँका – कढि़आ कर कारन/आसल कढि़आक लछन।
- हांथी काहुँ हाथे ठेलाइ – बलेक जाएगाएँ बुइधेक दरकार ह’एला।
- हिंग जाइ किंतु हिंगेक बास नि जाइ – धन सिरालउ धचर नि जाइक काथा।
- हेंठ मुडि़आ बेसी एंडि़आ – घाती ल’ग।
- हेंठ बाटे बहाए के उपर बाटे छाँके जाए – उलटा पुलटा काम कर’इआ।
- हुड़मुड़ जातरा जा करे बिधाता – चाँड़ चपट क’रा टाइ बेस।
- हरदी कर रंग न परदेसीक संग – बेमेल मिलाप।
सारांश
इ आरटिकल टा केसन लागलग जरूर कमेंट करबा। एसने बेस-बेस परीछा उपजगि आरटिकल पढ़ेक तेहें हामरेक बेबसाइट टाके र’जे भिजिट क’रबा। एकर अलावा पंचपरगनिया भासा संबंधी केसन जानकारी चाहाला उटाकउ कमेंट केर दाराए बताबा। लेगे सउब के जोहार कर’तिहि।