पंचपरगनिया बिसेसन केर भितरे हामरे देखब कि पंचपरगनिया भासा मेंहेन बेआकरन केर भितरे बिसेसन का हेके? बिसेसन केके कहेन? बिसेसन केर संबंध मेंहेन भिनु-भिनु बिदुआन केर का मत आहे? पंचपरगनिया बिसेसन के क’ए भागे बांटल जाए आहे?
Table of Contents
पंचपरगनिया बिसेसन केर अरथ’
संइगा चाहे सरब’नाम केर बिसेसता बाताइआ सब्द’ के बिसेसन कहल जाएला । बिसेसन एसन सब्द’ भेद हेके, जेटा कन’ चीज, बस्तु केर लछन के चाहे बिसेसता के फ’इरचाएला आर बिसेसन ह’एक नाते संइगाक संग बेब’हार करल जाएला ।
बिसेसन केर संबंध मेहेन भिनु -भिनु बिदुवान केर मत
‘‘ जन बिकारी सब्द’ ले संइगा केर बेआप्ति (व्याप्ति) मरएआदित (मर्यादित) हएला, उटाके बिसेसन कहल जाएला ।’’
कामता प्रसाद गुरू
दसर काथाएँ कहल जाए पाराए कि बिसेसन एकटा एसन बिकारी सबद् हेके जेटा हर हाल’ते संइगा चाहे सरब’नाम केर बिसेसता बाताएला । बिसेसन केर इ बिसेसता टाके लइछ कइरके डाॅ. बचन देव जी कइ आहएँ –
‘‘ बिसेसन चीज बस्तु केर सरूप टाके फरिच करेला । एकर बेब’हार ले चिज बस्तु मेंहेन सजीबता आएला । बिसेसन संइगा केर गहना हेके । सटीक बिसेसन केर बेब’हार करले संइगा अहे रकम साजेला (बिभुसित), जेसन गहनाक दाराएँ साजल कन’ रूपसी । बिसेसन भासा के सजीब, परबाहमए आर परभाअसाली बनाएक मेंहेन साम’र्थ’ जिनिस (उपकरन) हेके ।’’
डाॅ. वचन देव
पंचपरगनिया बिसेसन केर भेद
पंचपरगनिया बिसेसन:- पंचपरगनिया भासा केर बिदुआन पंचपरगनिया बिसेसन केर भेद के जे जेसन बाँइट आहएँ – प्रो. परमानंद महतो एकर छ’ टा भेद कइर आहएँ (पंचपरगनिया भासा साहित्य और व्याकरण)। आसल मेंहेन इमन सारब’नामिक बिसेसन केर दुइ भाग कइर आहएँ संकेतबाचक बिसेसन आर परस्न’बाचक बिसेसन । एतब कार’ने छ’ टा बिसेसन केर भेद हए आहे ।
हुंआँइ डाॅ. करम चंद्र अहीर जी बिसेसन केर चाइर टा भेद कइर आहएँ । पंचपरगनिया मेंहेन बिसेस केर भेद के हेंठे देल भागे बाँटल जाए पाराए –
पंचपरगनिया बिसेसन केर भेद
- गुनबाचक बिसेसन
- संइखाबाचक बिसेसन
- निस्चित संइखाबाचक
- पुरन’ संइखाबाचक
- अपुरन’ संइखाबाचक
- करमबाचक
- आबिरति बाचक
- समुह बाचक
- रिनात्मक बाचक
- अनिस्चित संइखाबाचक
- निस्चित संइखाबाचक
- परिमानबाचक बिसेसन
- निस्चित परिमानबाचक
- अनिस्चित परिमानबाचक
- सरब’नामिक बिसेसन
पंचपरगनिया बिसेसन केर भेद
गुनबाचक बिसेसन –
जन सब्दक दाराएँ संइगा चाहे सरब’नाम केर रंग, रूप, गुन – द’स, दसा, सभाब, आकार, काल, इस्थान, अबस्था, सउआद, महक, दिसा, धउनि, भार एमाइन केर जानकारि देला उटाके गुनबाचक बिसेसन कहल जाएला । जेसन –
- रंग – लाल, चारका, कारिआ, हरिहर, हरदिआ, ग’रा, गेरूआ, रंगीन, काइरठा, काबरा, दाग एमाइन
- रूप – सुंदर, घिन – घिनाहा, बेस, चमक, झलक, खाराब एमाइन ।
- गुन-द’स – पापी, दानी, सचा, झुठा, निमन, दुस्ट’ कंजुस, बासी एमाइन ।
- दसा – मटा, पातला, सरू, दढ़अ, पुरना, नाउआ, तातल, बासी, रका, अदा, सुखा एमाइन ।
- सभाब – मिलनसार, चिड़चिड़ा, सांत, कपटी, भंटराहा, झागड़ाहा एमाइन ।
- आकार – ग’ल, तिनकनिआ, चाइर कनिआ, टेढ़ा/बाँक’ सझ, ढांगा/लांबा, चेपटा, ग’जा एमाइन ।
- काल – नाउआ, पुरना, ताजा, एखन, मम’सति, आघुक, पेछुक, पहिलुक, हालि/हालेक एमाइन ।
- इस्थान – गांउ, देहात, भीतरे, बाहिरे, उपरे, हेंठे, बने, झारखंडी, बंागाली, डिंबुडीहा, तामडि़आ, बुंडुआर एमाइन ।
- अबस्था – र’गि, बुढ़ा, बुढि़, जुआन, छुआ, क’ढ़ी, आधेड़, गाभिन एमाइन ।
- सउआद – चेंका, कासा, गुरूआ, झाल, नुनछिआ, तीता एमाइन ।
- महक – सुगंध, दुरगंध, सउआद – सउआद बास, खाराब बास एमाइन ।
- दिसा – पुरूब, पछिम, उतर, दखिन एमाइन ।
- धउनि – मधुर, खाराब एमाइन ।
- भार – हुलका, भारि, बजनदार एमाइन ।
संइखाबाचक बिसेसन –
जन सब्द’ ले संइगा चाहे सरब’नाम केर संइखा केर पाता चलेला उके संइखा बाचक बिसेसन कहल जाएला । जेसन – एक, दुइ, तीन…हजार, लाख, कर’ड़ एमाइन । एकर दुइ भाग आहे – क. निस्चित संइखा बाचक ख. अनिस्चित संइखा बाचक ।
क. निस्चित संइखाबाचक के छ’ भाग करल जाए आहे –
पुरन’ संइखाबाचक – निस्चित संइखा बाचक बिसेसन केर भितरे पुरन’ संइखा केर ब’ध क’राइआ सब्द’ के पुरन’ संइखाबाचक बिसेसन कहल जाएला । जेसन – एक/एग, दु/दुइ, तीन, चाइर, पाँच …… । पंचपरगनिया मेंहेन निस्चित आर संइखा मेंहेन बल देएक तेहें टा, गटा आर गड़ केर बेब’हार करल जाएला । जेसन – दुइ टा, तीन टा, चाइर टा, पाँच गड़ एमाइन । काँहु – काँहु गटा केर बेब’हार संइखाबाचक सब्द’ केर पहिल’ ह’एला – गटा चाइरेक, गटा पाँचेक एमाइन ।
अपुरन’ संइखा बाचक – अपुरन’ संइखा बाचक मेंहेन पुरन’ संइखाबाचक केर कन’ भाग केर ब’ध हएला जेसन – पउआ, आधा, पन, साउआ, डेड़, डेढि़, आढ़ाइ, सउआ दुइ, पने चाइर एमाइन ।
करम बाचक बिसेसन – पंचपरगनिया करम बाचक बिसेसन संइखा सब्दक रूप मेंहेन हिंदी रकमे हएला किबल उचारन मेंहेन अंतर देखाएला जेसन – पहिला, दुसरा, तीसरा, चउथा, पाँचउआँ, छठउआँ….. एमाइन ।
आबिरति बाचक बिसेसन – इ बिसेसन टाएँ संइखा गिलाक आबिरतिक ब’ध हएला । इटाएँ पुरन’ संइखाक आधुएँ गुना सब्द’ लागाले आबिरति बाचक बिसेसन बनेला । जेसन – दुइगुना/दुगना, तीन गुना/तिगुना, दस गुना एमाइन । पाहड़ा मेंहेन आबिरति बाचक इ रकम हएला – एके, दुना, तिआ, चउके, पाँचे, छके …….द’से एमाइन ।
समुह बाचक बिसेसन – समुहबाचक संइखा बिसेसन मेंहेन संइगा चाहे सरब’नामेक समुदाए केर संकेत करेला जेसन – दस’ आँगुर, बीस’ ल’ग, तीन’ संगी, बतीस’ दांत एमाइन । एकर आलाउआ पंचपरगनिया भासी असाछर ल’ग बेसि गनती नि जान’एँला अहे तेहें इमन बिसेस रकमेक समुहबाचक संइखाक बेब’हार करएँला जेसन – 2 = ज’ड़ा, 4 = गांड़ा, 6 = एक गांड़ा दुइ, 12 = दरजन, 16 = चाइर गांड़ा, 20 = पाँच गांड़ा, 20 पइला = खंड़ी, 40 पइला = काठ एमाइन ।
रिनात्मक बाचक – पंचपरगनिया मेंहेन रिनात्मक संइखाबाचक बिसेसन केर’ चलन आहे । इ बिसेसन टाएँ ‘कम’ ज’इड़ के ब’नाल जाएला । एसन बेब’हार गाँव देहात केर असिखित लगेक दाराए करल जाएला जेसन 19 रू, 39 रू, 99 रू, 119 रू, 139 रू, 199 रू, एमाइन के पुरन’ ले एक कम क’इर कहन कहल जाएला जेसन –
19 – एक कम एक कुड़ी
39 – एक कम दुइ कुड़ी
99 – एक कम पाँच कुड़ी
18 – दुइ कम एक कुड़ी
ख. अनिस्चित संइखाबाचक –
जन बिसेसन ले संइखाक निस्चित रूप केर पाता नाइ चलेला, उटाके अनिस्चए संइखाबाचक बिसेसन कहल जाएला । जेसन – थड़ेक चाउर, किछु लग, एतना माछेइर, कएटा किताब, ढेइर ल’ग, किछु ल’ग गेलेन, कम माछेइर, मेलाएँ हाजार’ ल’ग, बाजारे पचास’ रकमेक मिठाइ एमाइन ।
परिमान बाचक बिसेसन –
परिमान बाचक बिसेसन ले कन’ चीज बस्तु केर नापा – ज’खा केर ब’ध हएला, इटा केर’ दुइ भाग आहे –
क. निस्चित परिमान बाचक
ख. अनिस्चित परिमान बाचक
क. निस्चित परिमान बाचक –
पंचपरगनिया निस्चित परिमान बाचक बिसेसन इ रकम आहे – एक खंड़ी धान, दुइ काठ धान, तीन हांथ गामछा, गार’ हांथ साड़ी, एक किल’ घीउ, एक किल’ नुन एमाइन ।
ख. अनिस्चित परिमान बाचक –
पंचपरगनिया केर अनिस्चए परिमान बाचक बिसेसन इ रकम आहे – ढेइर माछेइर, थड़ेक पानी, अतिक तेल, सांगी दुध, थ’ड़ेक दही, सांगी चाउर एमाइन ।
सारब’नामिक बिसेसन –
ज’न सरब’नाम केर बेब’हार बिसेसन केर रूप मेंहेन हएला, उटाके सारब’नामिक बिसेसन कहल जाएला जेसन – इ घर टा मर हेके । उ किताब टा फाटलक । कन’ लग नाहातेहे । इ आम टा मके दे । एसन काम ना करबे । एमाइन ।
पंचपरगनिया बिसेसन मेहेन तुल्नाब’धक बिसेसन –
तुलना ब’धक बिसेसन – दुइ चाहे दुइ ले बेसी चीज चाहे भाअ केर गुन, रूप, सभाब, इस्तिथि एमाइन केर दाराएँ आपस मेंहेन तुल्ना जन बिसेसन केर दाराएँ करल जाएला उटाके तुलना ब’धक बिसेसन कहल जाएला । इटाक तीन अबस्था आहे –
क. मुल अबस्था (सामाइन’ अबस्था)
ख. उतरा अबस्था
ग. उतम अबस्था
क. मुल अबस्था (सामाइन’ अबस्था) –
ज’खन कन’ चीज चाहे भाअ केर गुन – द’स के कन’ अइन’ चीज चाहे भाअ संगे तुलना करल नी जाएला बल्कि सामाइन’ रूपे उ चीज चाहे भाअ केर कथन के कहल जाएला, एहे टाइ मुल अबस्था हेके । जेसन – इ बेटिछुआ टा संुदर आहे । इ घर टा बड़े आहे ।
ख. उतरा अबस्था –
ज’खन कन’ चीज चाहे भाअ केर गुन – द’स के द’सर चीज चाहे भाअ केर गुन – द’स संगे तुलना करल जाएला आर एकटा केर गुन – द’स के बेसी चाहे कम देखाल जाएला, त’ बिसेसन केर इ अबस्था टाके उतरा अबस्था कहल जाएला । जेसन त’हरेक घर टा हामरेक घर लेक बड़े आहे । इ बेटिछुआ टा ले उ बेटिछुआ टा बेस आहे । एआनि उतरा अबस्था मेंहेन दुइटा चीज चाहे भाअ केर गुन-द’स केर तुलना अनिबारज’ हेके ।
ग. उतमा अबस्था –
ज’खन कन’ चीज चाहे भाअ केर गुन – द’स के बेजाइन चीज चाहे भाअ केर गुन – द’स लेक बेसी चाहे कम देखाल जाएला त’ उटाके बिसेसन केर उतमा अबस्था कहल जाएला । जेसन – म’र गाड़ीटा इठनिक सउब गाड़ी ले बेस आहे । त’र बहुटा इठनेक सउब केर बहु ले कारिआ आहे ।